सरकारी स्कूलों में पानी की टंकियों में स्वच्छता की जांच करेंगे अधिकारी
माध्यमिक विद्यालयों की विजिट के दौरान अधिकारियों की ओर से वहां पानी की गुणवत्ता पर फोकस किया जाएगा। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने इस संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हुए हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : माध्यमिक विद्यालयों की विजिट के दौरान अधिकारियों की ओर से वहां पानी की गुणवत्ता पर फोकस किया जाएगा। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने इस संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हुए हैं। जिनके मुताबिक जिले के तमाम माध्यमिक स्कूलों में विजिट के दौरान पानी की टंकियों की जांच करना अनिवार्य होगा। अधिकारियों का कहना है कि भीषण गर्मी में पानी की गुणवत्ता सही न मिलने पर स्कूल मुखियाओं के खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। पानी की टंकियों की सफाई न मिलने पर स्कूल मुखिया जिम्मेवार होंगे। दूषित पेयजल के चलते विद्यार्थियों को अनेक प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में स्कूलों में पेयजल की गुणवत्ता बनाए रखना आवश्यक है। इन दिनों मच्छर जनित बीमारियां भी बढ़ रही हैं। इन सबसे बचाव करने के मद्देनजर अधिकारियों ने ये निर्देश दिए हैं। जिले में 240 से भी अधिक राजकीय माध्यमिक विद्यालय हैं। अधिकारियों का कहना है कि विद्यालयों में पेयजल व कक्षा कक्षों के अलावा शौचालयों में भी स्वच्छता रखने से बीमारियों से बचाव हो सकेगा।
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सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी स्कूलों में विजिट के दौरान पानी की टंकी की जांच करें। कक्षा कक्ष के अलावा शौचालयों में स्वच्छता का निरीक्षण करें। अगर कहीं समस्या है तो उसके समाधान का प्रयास भी करें।
- आशा दहिया, कार्यकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, रोहतक