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कोविड से निपटने को नगर निगम के धरातल पर नहीं दिखे इंतजाम, नाराज पार्षदों ने खोला मोर्चा

कोविड-2019 के बढ़ते मामलों को लेकर पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्षदों ने सवाल उठाए हैं कि कोविड का संक्रमण तेजी से फैल रहा है लेकिन अधिकारी हाथ पर हाथ रखकर चैन से बैठे हुए हैं। यह भी दावा किया है कि धरातल पर कोविड से निपटने के लिए निगम ने अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 02:25 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 02:25 AM (IST)
कोविड से निपटने को नगर निगम के धरातल पर नहीं दिखे इंतजाम, नाराज पार्षदों ने खोला मोर्चा
कोविड से निपटने को नगर निगम के धरातल पर नहीं दिखे इंतजाम, नाराज पार्षदों ने खोला मोर्चा

अरुण शर्मा, रोहतक

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कोविड-2019 के बढ़ते मामलों को लेकर पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्षदों ने सवाल उठाए हैं कि कोविड का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लेकिन अधिकारी हाथ पर हाथ रखकर चैन से बैठे हुए हैं। यह भी दावा किया है कि धरातल पर कोविड से निपटने के लिए निगम ने अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए हैं।

बीते साल जब कोविड के मामले बढ़े तो निगम के अधिकारियों ने धरातल पर खरे उतरने के लिए लंबे-चौड़े दावे किए थे। निगम की तरफ से कचरा उठाने वाले सभी वाहनों में पीले बैग लगाए जाएंगे। इन्हीं बैग में लोग उपयोग किए हुए दस्ताने और मास्क डाल सकेंगे। सुनारिया रोड स्थित कचरा प्लांट में इन्हें नष्ट करने के लिए इंतजाम के भी दावे किए थे। शहरी क्षेत्र के सभी 22 वार्डों में कचरा उठाने पहुंचने वाले 62 वाहनों में पीले बैग लगाने का फैसला लिया था। शहरी क्षेत्र से नियमित तौर से निकलने वाले करीब 165 मीट्रिक टन कचरे में प्रतिदिन 25-30 किग्रा उपयोग किए हुए मास्क, दस्ताने और दूसरी सामग्री डाली जा रही हैं। लेकिन निगम ने आज तक पीले बैग नहीं लगाए। निगम के आदेश ही हवा-हवाई साबित हुए। पार्षदों की नसीहत, धरातल पर काम कराएं नगर निगम के अधिकारी ::

केस-1 : कोरोना पॉजीटिव वाले घरों का कचरा अलग नहीं उठ रहा

वार्ड-11 के पार्षद कदम सिंह अहलावत ने बताया कि शहरी जनता कचरा उठाने का अलग से टैक्स देती है। लेकिन निगम प्रशासन ने अभी तक कोविड से पीड़ित लोगों के घरों से अलग से कचरा उठाने का इंतजाम नहीं किया है। कदम ने आरोप लगाए हैं कि निगम प्रशासन ने सैनिटाइजेशन और फॉगिग तक का इंतजाम नहीं किया है। इन्होंने यह भी बताया कि सेक्टरों में बहुत अधिक केस आ रहे हैं। जनता को आगाह करने कटेंनमेंट जोन भी प्रशासन बनाए, जिससे लोग सतर्क रहें।

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केस-2 : सैनिटाजेशन के लिए पार्षद तीन दिन से कर रहे वकालत

वार्ड-18 की पार्षद दीपिका नारा के प्रतिनिधि देवेंद्र ठेकेदार का कहना है कि जनता कालोनी में कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं। कोविड के मामले बढ़ने के बाद मैंने मेयर मनमोहन गोयल और निगम के अधिकारियों से यही मांग की कि शीघ्र ही सैनिटाइजेशन के साथ ही फॉगिग का कार्य शुरू कराएं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

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केस-3 : नाइट क‌र्फ्यू तक के लिए मुनादी नहीं

वार्ड-14 के पार्षद राधेश्याम ढल ने कड़ी नाराजगी जताई है। इन्होंने दावा किया है कि बीते साल कोविड का लोगों के मन में भय था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। सरकार ने नाइट क‌र्फ्यू की घोषणा कर दी। लेकिन हमारे यहां निगम ने मुनादी तक नहीं कराई। आरोप लगाए हैं कि निगम के अधिकारी तो हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं।

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केस-4 : नगर निगम के धरातल पर दावे फेल

वार्ड-15 के पार्षद गुलशन ईशपुनियानी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि नगर निगम के सभी दावे धरातल पर पूरी तरह से फेल हो गए हैं। सैनिटाइजेशन शुरू नहीं किया। कोविड की चपेट में आने वाले लोगों के घरों से कचरा तक अलग से उठाने का इंतजाम नहीं। नगर निगम संक्रमण को रोकने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाए। मैं देख रहा हूं कि लगातार लापरवाही बरती जा रही हैं। अधिकारियों को आखिर आदेशों का इंतजार क्यों हैं। चालान काटने के साथ ही लोगों को मास्क वितरित किए जाएं।

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वर्जन

शहर में सैनिटाइजेशन होना चाहिए। हमने नगर निगम के अधिकारियों से कहा तो उन्होंने यही जवाब दिया कि ऊपर से अभी कोई आदेश नहीं आए हैं। कचरा उठाने वाले वाहनों में पीले बैग क्यों नहीं लगे यह भी जानकारी लेंगे। सोमवार को इन सभी शिकायतों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

मनमोहन गोयल, मेयर, नगर निगम

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सोमवार को नगर निगम के अधिकारियों से बात करेंगे। मैंने भी सभी सार्वजनिक स्थानों को सैनिटाइजेशन करने की मांग की थी। अधिकारियों की अब लापरवाही नहीं चलेगी।

राजू सहगल, सीनियर डिप्टी मेयर, नगर निगम

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शहर में सार्वजनिक स्थानों के साथ ही कोरोना पॉजिटिव आने वाले लोगों के घरों-प्रतिष्ठानों, संस्थानों में भी सैनिटाइजेशन का कार्य हो। इसी तरह कोविड की चपेट में आने वाले व्यक्तियों के घरों से भी कचरा अलग से उठाने का इंतजाम हो।

एमएल अरोड़ा, महासचिव, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, सेक्टर-14

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नगर निगम ने कोई कंट्रोल रूम तक नहीं बनाया, जहां फोन करके कोई जानकारी पा सकें। रविवार या फिर अवकाश वाले दिन तो अधिकारियों से संपर्क करना ही मुश्किल है। जब जनता संक्रमण की चपेट में तब भी अधिकारी चैन से सोए हुए हैं।

कृष्ण सेहरावत, पार्षद, वार्ड-1


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