फैसले की घड़ी नजदीक, गुरमीत तनाव में
जागरण संवाददाता, रोहतक : पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड के फैसले की घड़ी नजदीक देख्
जागरण संवाददाता, रोहतक : पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड के फैसले की घड़ी नजदीक देख सुनारिया जेल में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को पिछले कई दिन से कुछ भी ठीक नहीं लग रहा है। न तो वह ढंग से खाना खा रहा है और न ही किसी से ढंग से बात कर रहा है। दो दिन पहले एक अन्य मामले में जेल में हुई वीडियो कॉन्फ्रें¨सग से पेशी के दौरान भी वह तनाव में था।
उल्लेखनीय है कि 25 अगस्त 2017 को सीबीआइ कोर्ट ने राम रहीम को साध्वियों से दुष्कर्म मामले में दोषी ठहराया था। उसके बाद से वह सुनारिया जेल में बंद है। 20 साल की सजा सुनाने के कुछ दिन बाद तक राम रहीम परेशान रहा। कभी खाना अच्छा नहीं लगता था तो कभी गर्मी-सर्दी में तकलीफ महसूस करता था। बाद में उसने खुद को जेल के मैनुअल के मुताबिक ढाल लिया था। मगर अब पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में सीबीआइ की विशेष अदालत 11 जनवरी को फैसला सुनाने जा रही है। इस फैसले की तारीख नजदीक आती देख वह फिर से तनाव में आ गया है। अब वह चुपचाप सा रहने लगा है। बागवानी में लगा रहा अधिक समय
बताया जाता है कि जेल में दिए गए बागवानी के काम में राम रहीम पहले से भी ज्यादा समय लगा रहा है। राम रहीम ने जेल में पालक, मूली, गाजर व अन्य सब्जियां उगा रखी है। कई बार जेल में राम रहीम द्वारा उगाई गई पालक और मूली के पराठें रसोई में बनाए जाते हैं। नए साल में पहुंचे नाममात्र के ही ग्री¨टग
राम रहीम के जन्मदिन पर हजारों की संख्या में समर्थकों के ग्री¨टग पहुंचे थे। दीपावली पर भी ग्री¨टग की संख्या अच्छी खासी थी, लेकिन नए साल में बाबा के नाम पर जेल में नाममात्र के ही ग्री¨टग पहुंचे। जेल के नियमों के मुताबिक ग्री¨टग राम रहीम तक पहुंचा दिए गए। ग्री¨टग राम रहीम ने पढ़े या नहीं पढ़े, इसकी जानकारी नहीं है।