नगर पालिका का कैटल फ्री शहर का दावा हुआ फेल
सांपला नगर पालिका द्वारा नंदीशाला बनाए जाने के बाद भी राहगीरों को बेसहारा पश्
अजय रोहज, सांपला : नगर पालिका द्वारा नंदीशाला बनाए जाने के बाद भी राहगीरों को बेसहारा पशुओं से मुक्ति नहीं मिल रही है। स्थिति यह है कि लाखों रुपये की लागत से नंदीशाला तो तैयार कर दिया गया है, लेकिन वह केवल शोपीस बना हुआ है। जबकि नंदीशाला बनाने से पूर्व नगर पालिका द्वारा दावा किया गया था कि नंदीशाला बनने के बाद शहर को कैटल फ्री कर दिया जाएगा। कूड़े के ढेरों के पास मवेशियों के घूमने और लड़ने के चलते गंदगी भी फैल रही है।
नगर पालिका की ओर से 18 लाख रुपये की लागत से आधा एकड़ जमीन में नंदीशाला बनाया गया है। नगर पालिका का दावा था कि नंदीशाला बनाए जाने के बाद शहर को बेसहारा पशुओं से निजात मिल जाएगी, लेकिन पालिका का दावा केवल कागजों तक ही सिमट कर रह गया। नंदीशाला बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन शहर की सड़कों, गलियों में अभी भी बेसहारा पशु लोगों के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं। आए दिन बेकाबू होकर बेसहारा पशु दुकानों पर रखे सामान को तितर-बितर कर व्यापारियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। व्यापारी और लोगों द्वारा कई बार इसकी शिकायत की गई है, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं मिल सका है। बताया जा रहा है कि बेसहारा पशुओं को रखने के लिए प्रतिमाह होने वाले खर्च के लिए कोई मद नहीं है। ऐसे में पालिका द्वारा प्रतिमाह उक्त खर्च को वहन करने में समस्या आ रही है, जिसके चलते अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लगाई गई थी कर्मचारियों की ड्यूटी
नंदीशाला के निर्माण के बाद नपा अधिकारियों की तरफ से नगर पालिका क्षेत्र में कोई भी आवारा पशु मिलता है तो उसे तत्काल नपा की तरफ से पकड़ने का दावा किया था। इसके लिए नगर पालिका अधिकारियों ने मोबाइल नंबर भी जारी किया था, साथ ही बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई थी, लेकिन सबकुछ कागजों तक ही सिमटा हुआ है। वर्जन---
नंदीशाला का निर्माण पूरा हो चुका है। नंदीशाला के पीछे की जाली टूटी हुई है, जिसे ठीक कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही बेसहारा पशुओं को नंदीशाला पहुंचा दिया जाएगा। --- सुमनलता, सचिव नगर पालिका