भ्रष्टाचार को लेकर नगर पालिका पार्षदों ने किया धरना प्रदर्शन
संवाद सहयोगी कलानौर बृहस्पतिवार को नगरपालिका के पार्षद व उनके प्रतिनिधि अनिश्चितकालीन धर
संवाद सहयोगी, कलानौर : बृहस्पतिवार को नगरपालिका के पार्षद व उनके प्रतिनिधि अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे। पार्षदों ने नपा सचिव, एमइ व भवन निरीक्षक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनके ततबादले की मांग की। वीरवार सुबह पार्षदों ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए धरना प्रदर्शन किया। इसी बीच नपा अध्यक्ष के प्रतिनिधि अमित कुमार के मौके पर पहुंचने पर धरने पर बैठे पार्षदों ने जमकर नारेबाजी की। नगर पालिका सचिव, एमइ पंकज गर्ग ने पार्षदों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन पार्षदों ने अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। उन्होंने नगर पालिका में कमीशनखोरी बंद करो के नारे लगाकर कराए गए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। पार्षदों ने आरोप लगाया है कि पालिका के कार्यों में भ्रष्टाचार हो रहा है जिसमें नगर पालिका चेयरपर्सन भी शामिल हैं। पार्षदों ने मांग की कि जब तक अधिकारियों का तबादला दूसरी जगह नही किया जाता है, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। मान मनोव्वल के बाद भी जब पार्षद मानने को तैयार नही हुए तब नपा चेयरपर्सन के पति पार्षदों के बीच पहुंचे, लेकिन उनके खिलाफ भी नारेबाजी शुरू हो गई और उन्हें भी बेरंग लौटना पड़ा। इस दौरान वाईस चेयरमैन सुनील कत्याल, रामनारायण, मनजीत सिंह, कृष्ण कालरा, सत्यवान, पार्षद प्रतिनिधि सनिया, कपिल मलिक, राजेश वाल्मीकि, प्रमालु, विष्णु, विजय सिंह व संजय पुनियानी धरने पर बैठे। पार्षदों की मुख्य मांगें ----
- नौ जुलाई को नगरपालिका के हरे पेड़ों की चोरी पर तत्काल कार्रवाई
- वार्ड 11 में निगाना रोड पर बनाए गए नाले को पानी की निकासी के लिए जोड़ने की मांग
- अगस्त माह में सफाई ठेकेदार द्वारा बिना काम कराए अढ़ाई महीने की कर्मचारियों की तनख्वाह निकालने के गबन की उच्च स्तरीय जांच
- वार्ड 15 पशु अस्पताल के साथ बना नाला जो कि रोड से करीब तीन फुट ऊंचा है की जांच
- गुढान मोड़ पर नगर पालिका द्वारा बनाई जा रही दुकानों का निर्माण पूरा न होने तक बोली न लगाने की मांग
- मुख्यमंत्री घोषणा के स्टेडियम के रुपये नहीं आने के बावजूद कमीशन के चलते नगर पालिका द्वारा खुद एक करोड़ का कार्य शुरू कराने की उच्च स्तरीय जांच
- पार्कों में ओपन जिम का कार्य बिना डेमो दिखाए नगर पालिका प्रशासन ने चहेतों को क्यों दिया
- रोहतक-भिवानी मार्ग पर लगाई गई ग्रिल में घोटाले की जांच
- गलियों के निर्माण में 45 प्रतिशत पुरानी इंटरलॉकिग टाइल लगाकर नई टाइल के रुपये चहेते ठेकेदार को देने की जांच वर्जन ---
पार्षदों के पास जाकर मैंने उनकी मांगों को लिखित में देने को कहा। पार्षदों से उनकी जायज मांगों के समाधान के लिए एक सप्ताह का समय भी मांगा है। उनकी जो मांगे पूरी नही हो पाएंगी उन्हें लिखित में बता दिया जाएगा।
--- सुमनलता, नगर पालिका सचिव