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फिट नहीं है सड़कों पर दौड़ने वाले ज्यादातर वाहन, हादसों को दे रह न्योता

सड़कों पर दौड़ने वाले ज्यादातर वाहन नियमों के मुताबिक फिट नहीं है जो हादसों को न्योता दे रहे होते हैं। इतना ही नहीं अनेक वाहन चालक ऐसे भी हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 09:34 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 09:34 AM (IST)
फिट नहीं है सड़कों पर दौड़ने वाले ज्यादातर वाहन, हादसों को दे रह न्योता
फिट नहीं है सड़कों पर दौड़ने वाले ज्यादातर वाहन, हादसों को दे रह न्योता

जागरण संवाददाता, रोहतक : सड़कों पर दौड़ने वाले ज्यादातर वाहन नियमों के मुताबिक फिट नहीं है, जो हादसों को न्योता दे रहे होते हैं। इतना ही नहीं अनेक वाहन चालक ऐसे भी हैं तो हाइवा आदि वाहनों के पीछे न नंबर प्लेट लगा रहे होते हैं और न ही रिफ्लेटर। लोगों के मुताबिक ऐसे बड़े वाहनों की सघन चेकिग में प्रशासन भी केवल खानापूति करता नजर आ रहा है। सड़के ही नहीं बल्कि वाहनों की जर्जर हालत भी हादसों का बड़ा कारण बनती है। जानकारों की मानें तो आरटीए विभाग में फिटनेस टेस्ट के लिए आने वाले वाहनों में से 70 फीसद की पास होते हैं जबकि 30 फीसद वाहन फिटनेस में ही फेल पाए जा रहे हैं। सड़कों पर दौड़ने वाले ऐसे वाहन कहीं न कहीं हादसों को निमंत्रण देते हैं। ज्यादातर वाहनों के इंजन में दिक्कतें, लाइट की दिक्कतें पाई जाती हैं। या फिर उनके अवैध रूप से गैस किट लगी हुई होती है। इतना ही नहीं हाइवा आदि बड़े वाहनों को कुछ लोग ओवर साइज भी बनवा रहे हैं ताकि ओवर लोडिग की जा सके। ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार अभियान चलाया जाना भी आवश्यक है। ताकि सड़क पर होने वाले हादसों की रोकथाम की जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके। हालांकि पुलिस का दावा है कि धुंध में होने वाले हादसों की रोकथाम के लिए वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाना शुरू कर दिया गया है। लेकिन इसे बड़े स्तर पर चलाए जा ने की जरूरत है। ट्रैक्टर ट्राली और जुगाड़ वाहन भी कम नहीं :

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सड़क हादसों को बढ़ावा देने में ट्रैक्टर ट्राली और जुगाड़ वाहन भी कम नहीं है। जानकारों का कहना है कि ट्रैक्टर ट्राली को कृषि कार्याें में प्रयोग किया जाना चाहिए। लेकिन कुछ लोग इनको व्यावसायिक प्रयोग में ले रहे हैं और नियमों का भी उल्लंघन कर रहे हैं। जिनके खिलाफ भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जरूरत है। वर्जन :

यातायात नियमों का पालन करना सभी वाहन चालकों के लिए आवश्यक है। धुंध का मौसम शुरु होने वाला है ऐसे में अब और भी अधिक एहतियात बरतने की जरूरत है। हादसों की रोकथाम के लिए वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने की शुरुआत की गई है। वाहन चालकों को जागरूक भी किया जा रहा है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान भी किए जा रहे हैं।

- महेश कुमार, डीएसपी, ट्रेफिक पुलिस, रोहतक । वर्जन :

विभाग की ओर से वाहनों की फिटनेस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। विभाग में आने वाले वाहनों की ऑटोमेटिक फिटनेस जांच की जाती है। जांच के दौरान तय मापदंडों पर खरा नहीं उतरने वाले वाहनों को खामिया दूर कर फिर बुलाया जाता है। सड़क हादसों को रोकने का पूरा प्रयास रहता है।

- डा. संदीप गोयत, सचिव, आरटीए विभाग रोहतक


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