पीजीआइएमएस के नौ हजार से अधिक हेल्थ वर्कर्स, बामुश्किल एक फीसद वैक्सीन लगवाने पहुंचे
जिले में वीरवार को 371 हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई। एक आर फिर पीजीआइएमएस में हेल्थ वर्कर्स में वैक्सीनेशन के प्रति उदासीनता दिखी।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
जिले में वीरवार को 371 हेल्थ वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई। एक आर फिर पीजीआइएमएस में हेल्थ वर्कर्स में वैक्सीनेशन के प्रति उदासीनता दिखी। तीन सेशन साइट पर 15 हेल्थ वर्कर्स ही वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे। ऐसा तब है जब भी हाथों-हाथ रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी दे दी गई है। अभी तक बामुश्किल एक फीसद पीजीआइएमएस हेल्थ वर्कर्स वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आए हैं। पीजीआएमएस के सुश्रुत ऑडिटोरियम में वैक्सीनेशन ड्यूटी पर तैनात हेल्थ वर्कर्स ज्यादातर खाली बैठे रहे। दूसरी ओर अन्य सेशन साइट पर 356 हेल्थ वर्कर्स पहुंचे।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से नौ सेशन साइट पर वैक्सीनेशन कराया गया। 1050 को वैक्सीनेशन का टारगेट रखा गया था। महज 35 फीसद ही पहुंचे। सिविल अस्पताल में 100 में से 16 हेल्थ वर्कर्स ने कोरोना वैक्सीन की डोज ली। स्वास्थ्य विभाग की परेशानी भी इस वजह से बढ़ गई है। खासकर चिकित्सक वर्ग का कोरोना वैक्सीन के प्रति संशय आमजन में भी कौतूहल पैदा कर सकता है। पहले चरण में अभी हेल्थ वर्कर्स को ही वैक्सीन दी जा रही है। चार दिन में 2450 को लगनी थी वैक्सीन, 33.30 फीसद ने ही ली डोज
अभी तक चार दिन वैक्सीनेशन हुआ है। 33.30 फीसद ही वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आए हैं। 16 जनवरी, 18 जनवरी, 19 जनवरी व 21 जनवरी को वैक्सीनेशन ड्राइव चला। इन दिनों में 2450 हेल्थ वर्कर्स को पहुंचना था। महज 816 ही ने वैक्सीन की डोज लगवाई। जिले के करीब 15 हजार हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीनेशन करना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बनी हुई है। आज इन सेंटर पर होगा वैक्सीनेशन
पीजीआइएमएस, लाखनमाजरा, फरमाणा, गिरावड़, चिड़ी, सिविल अस्पताल, पॉली क्लीनिक सेक्टर-3, कायनोस अस्पताल, होली हर्ट अस्पताल।
इर जगहों पर हुआ वैक्सीनेशन ::: स्थान वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे पीजीआइ 15
सिविल अस्पताल 16
पॉली क्लीनिक सेक्टर-3 मे 47
महम में 21
किलोई 38
ईस्माइला 39
खरावड़ 43
कायनोस अस्पताल 81
होली हर्ट अस्पताल 71
कुल 371 वैक्सीन पूरी तरह से स्वस्थ है। कोरोना से निजात दिलाने के लिए जरूरी है कि अपने नंबर पर हेल्थ वर्कर्स जरूर पहुंचे। मुझे वैक्सीन लग चुकी है पूरी तरह से स्वस्थ हूं। हमें जल्द से जल्द लक्ष्य पूरा करने के लिए आगे आना होगा।
- डा. पुष्पा दहिया, एमएस, पीजीआइएमएस, रोहतक।