मासिक धर्म एक महिला के जीवन की स्वाभाविक दैहिक प्रक्रिया : प्राची कौशिक
संवाद सहयोगी, सांपला : महिलाएं हमारे समाज का आधार हैं। महिला होना सबसे अलग है। सिर्फ महि
संवाद सहयोगी, सांपला : महिलाएं हमारे समाज का आधार हैं। महिला होना सबसे अलग है। सिर्फ महिला को ही मां बनने का गौरव प्राप्त होता है। जब सभी महिलाएं खुलकर मासिक धर्म जैसे विषय पर बात करेंगी तभी यह संभव है कि मासिक धर्म से संबंधित गलत धारणाओं को हमारे समाज से खत्म किया जा सके। यह बात रोहतक के अतिरिक्त उपायुक्त व जिला मिशन निदेशक अजय कुमार ने खंड सांपला में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए आयोजित मासिक धर्म स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला में बोलते हुए कही। आजीविका मिशन द्वारा इस कार्यशाला का आयोजन सामाजिक संस्था व्योमीनी के साथ मिलकर किया गया। व्योमीनी संस्था उनके प्रोजेक्ट ग्रीन मेंसुरेशन के तहत सेनीटरी नेपकिन बनाने का कार्य करती है और जागरूकता शिविरों का आयोजन करती है। इससे पहले संस्था द्वारा आजीविका मिशन के साथ मिलकर समरगोपालपुर में भी महिलाओं के लिए इसी प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
व्योमीनी संस्था की निदेशक प्राची कौशिक ने कहा कि अंधविश्वासों और गलत धारणाओं के कारण ही महिलाओं को विभिन्न प्रकार की
समस्याओं व बीमारियों से दो-चार होना पड़ता है। जिला आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डा. विनोद धनखड़ ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जैसे की हर रोज नहाना चाहिए। शरीर को साबुन से अच्छे से साफ करना चाहिए। मासिक धर्म के दौरान प्रयोग किए जाने वाले कपड़े या सेनीटरी नेपकिन की गुणवत्ता को देख लेना चाहिए।
सांपला खंड शिक्षा अधिकारी कृष्णा फौगाट ने बताया कि हमें अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। ताकि वो अपने पैरों पर खड़े हो सकें। एक महिला खुद के साथ-2 पूरे परिवार को भी शिक्षित करती है। ग्राम पंचायत भैंसरु कलां की सरपंच मीना देवी ने कार्यशाला में आई हुई सभी महिलाओं और अधिकारियों
का स्वागत किया व उनका धन्यवाद किया।