परिवार पहचान पत्र में गड़बड़ियां नहीं हो रहीं दूर, 130 बार के रक्तदाता सुंदर जेटली को दिखाया मृत
परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) की गड़बड़ियां दूर होने का नाम नहीं ले रहीं। 130 बार रक्तदान कर चुके समाजसेवी सुंदर जेटली ने आरोप लगाए हैं कि पीपीपी बनवाने के दौरान कुछ तकनीकी खामियां छोड़ी गई हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक:
परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) की गड़बड़ियां दूर होने का नाम नहीं ले रहीं। 130 बार रक्तदान कर चुके समाजसेवी सुंदर जेटली ने आरोप लगाए हैं कि पीपीपी बनवाने के दौरान कुछ तकनीकी खामियां छोड़ी गई हैं। इसीलिए उन्हें मृत घोषित कर दिया। अब इस खामी को दूर कराने के लिए सुंदर नगर निगम कार्यालय में चक्कर काट रहे हैं। यह भी आरोप लगाया कि सुनवाई के बजाय कर्मचारियों का व्यवहार भी ठीक नहीं।
सुभाष नगर निवासी सुंदर ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि साल 2019 में परिवार पहचान पत्र बनवाया। परिवार में उनकी मां जनक जेटली का मुखिया बतौर नाम आ गया। पहचान पत्र में लगातार खामियां सामने आईं तो 2019 में अपडेट कराया। 2020 में भी तीन से चार बार अपडेट कराया गया। फिर भी कभी नाम तो कभी हिदी तो कभी अंग्रेजी आदि में खामियां सामने आईं। इन्होंने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले फिर से अपडेट कराया तो उनका नाम बार-बार कहने के बावजूद भी परिवार पहचान पत्र में नहीं आया। अब पता किया तो उन्हें पहचान पत्र में मृत घोषित कर दिया, ऐसा दावा सुंदर ने किया है। सुंदर इस बात से व्यथित हैं कि अभी तक समाज के लिए कार्य किया और सैकड़ों लोगों की जान बचाई। फिर भी यह व्यवहार हो रहा है। इसलिए भी हुई बड़ी त्रुटि
सुंदर खुद कहते हैं कि यह बड़ी त्रुटि हो सकती है। इन्होंने बताया कि 26 नवंबर 2017 में उनके बड़े भाई श्याम जेटली का निधन हो गया था। आशंका जताई कि उनके भाई के आधार कार्ड को संभवत: उनके परिवार पहचान पत्र से जोड़ दिया होगा। क्योंकि जन्म तिथि और मृत्यु की जानकारी मांगी तो कर्मचारियों ने अधिक ब्योरा तो नहीं दिया, लेकिन मृत होना जरूर दिखा दिया। कुछ दिनों पहले मॉडल टाउन स्थिति कम्युनिटी सेंटर में पहचान पत्र अपडेट करने का कार्य हुआ था। इसलिए सोनीपत रोड स्थित दमकल केंद्र में भी संपर्क किया। अधिकारियों से संपर्क करने के बावजूद कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस प्रकरण में सांसद डा. अरविद शर्मा से भी शिकायत की गई है। सुंदर का दावा है कि पता करने पर कुछ इसी तरह के अन्य मामले भी सामने आने की बात कही।