एमडीयू में वैश्विक सामाजिक-सांस्कृतिक माहौल का सृजन होगा : प्रो. राजन
जागरण संवाददाता, रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) विदेशी विद्यार्थियों की जरूरतों
जागरण संवाददाता, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) विदेशी विद्यार्थियों की जरूरतों और समस्याओं के निदान के लिए जरूरी प्रयास करेगा। विदेशी विद्यार्थियों के विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने से एमडीयू में एक वैश्विक सामाजिक-सांस्कृतिक माहौल का सृजन होगा। एमडीयू के अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. अजय कुमार राजन ने मंगलवार को यह बात विदेशी विद्यार्थी इंटेरेक्टिव सत्र बैठक में कही। डीन प्रो. अजय कुमार राजन ने कहा कि इन विद्यार्थियों के संचार कौशल, विशेष रूप से अंग्रेजी संचार कौशल के लिए अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा विभाग में सप्ताह में चार दिन-सोमवार से बृहस्पतिवार तक अपराह्न तीन बजे से चार बजे तक संचार कौशल की विशेष कक्षाएं लगाई जा रही हैं। विदेशी विद्यार्थी प्रकोष्ठ के उप-परामर्शदाता प्रो. महताब ¨सह राणा ने बताया कि विदेशी विद्यार्थियों के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। उन्होंने कहा कि विदेशी विद्यार्थी प्रकोष्ठ इन विदेशी विद्यार्थियों की समस्याओं का निदान प्राथमिकता से कर रहा है। इस बैठक में एमडीयू के चिकित्सा अधिकारी डा. राजीव शर्मा ने स्वास्थ्य संबंधित जरूरी परामर्श व टिप्स इन विद्यार्थियों को दिए।
निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट, फेसबुक एवं पेज, ट्वीटर एकाउंट, डिजीटल लर्निंग मैनजमेंट पोर्टल, आदि की जानकारी दी। उन्होंने इन विद्यार्थियों को रोहतक एवं विश्वविद्यालय कैंपस में सार्वजनिक जीवन संबंधित जरूरी टिप्स दिए। विभागाध्यक्ष पत्रकारिता एवं जनसंचार प्रो. हरीश कुमार, लोक प्रशासन से प्रो. अंजना गर्ग, अंग्रेजी विभाग से प्रो. लवलीन मोहन, अर्थशास्त्र प्रो. अनिता डागर, भौतिकी से प्रो. संजय दहिया, बायोकैमिस्ट्री से प्रो. राजेश डाबुर, गणित से प्रो. जे.एस.सिक्का, वाणिज्य से प्रो. तिलक राज ने अपने विचार सांझा किए। शैक्षणिक शाखा के प्रभारी एमएल बतरा ने भी बैठक में सुझाव दिए। इमसॉर की प्राध्यापिका डा. दिव्या मल्हान ने इन विदेशी विद्यार्थियों को अध्ययन बारे जरूरी टिप्स दिए। कई विदेशी विद्यार्थियों-फ्रेड ¨पटो आदि ने अपनी बात बैठक में रखी।
इस अवसर पर विवि कर्मी खैराती लाल, जयपाल राठी समेत एमडीयू में अध्ययनरत लगभग 50 विदेशी विद्यार्थी उपस्थित रहे। यूनिवर्सिटी कंप्यूटर सेंटर के तकनीकी कर्मी विकास नागिल तथा विद्यार्थी हेमंत ¨सगला ने प्रेजेंटेशन के दौरान तकनीकी सहयोग दिया। बैठक में खुलकर वैचारिक आदान-प्रदान हुआ।