बडे भाई ने ही प्रेम विवाह करने वाले भाई व उसकी पत्नी की हत्या की, कारण जान चौंक गए सभी
रोहतक में प्रेम विवाह करने वाले युगल की हत्या ऑनर किलिंग नहीं थी। प्रॉपर्टी के लिए बड़े भाई ने ही दोनों को मार डाला था।
रोहतक, जेएनएन। शहर के नया पड़ाव मोहल्ले में प्रेम विवाह करने वाले युवक और उसकी पत्नी की हत्या उसके बड़े भाई ने ही कही थी। बड़े भाई आनंद ने अशोक उर्फ सोनू और उसकी पत्नी सोनिया की हत्या प्रॉपर्टी के लिए की थी। इसमें उसके साले राहुल ने साथ दिया था आैर हत्या के बाद दोनों दिल्ली के नरेला चले गए। बाद में आनंद ने ही थाने में हत्याकांड का केस दर्ज कराया।
पुश्तैनी मकान बना हत्याकांड की वजह
सीआइए-1 ने मुख्य आनंद को गिरफ्तार कर लिया है। राहुल फरार है। एएसपी मकसूद अहमद ने बताया कि आनंद को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। एएसपी मकसूद अहमद ने बताया कि जांच के बाद अशोक के बड़े भाई आनंद को शक के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
पूछताछ में सामने आया कि अशोक का एक बड़ा भाई आनंद और पांच बहनें है। माता-पिता की मौत हो चुकी है। जिस मकान में अशोक और उसकी पत्नी सोनिया रहते थे, उसे लेकर विवाद था। दोनों भाई उस पर अपना हक जताते थे। करीब एक साल पहले पंचायत में तय हुआ कि पुश्तैनी मकान अशोक के नाम रहेगा और वह बदले में आनंद को 10 लाख रुपये देगा। अशोक ने करीब डेढ़ लाख रुपये देकर मकान अपने नाम करा लिया था। बाकी रुपये को लेकर दोनों भाइयों में कई बार विवाद भी हुआ था। आनंद को रुपये की जरूरत थी। इसीलिए उसने हत्याकांड से दो दिन पहले साले राहुल के साथ मिलकर साजिश रची।
रात 11 बजे पहुंच गए थे अशोक के घर
आनंद ने बताया कि वह और राहुल बुधवार रात करीब 11 बजे ट्रेन से रोहतक पहुंचे और अशोक के घर चले गए। उनकी सोच थी कि यदि अशोक ने रुपये दे दिए तो ठीक है, अन्यथा दोनों की हत्या कर देंगे। इससे पूरी प्रॉपर्टी ही उनकी हो जाएगी। घर पहुंचने के बाद आनंद ने बताया कि वह रोहतक में किसी काम से आए थे और सुबह पांच बजे चले जाएंगे।
आनंद ने बताया कि इस दौरान दोनों भाइयों के बीच रुपये को लेकर काफी कहासुनी हुई। यहां तक कि अशोक और सोनिया ने दोनों को खाना देने से भी मना कर दिया था। हालांकि बाद में मामला शांत हो गया। आनंद अपने साले राहुल के साथ अलग कमरे में लेट गया और अशोक पत्नी के साथ दूसरे कमरे में चला गया। सुबह करीब पांच बजे उन्होंने सोनिया की आवाज दी कि उनके लिए चाय बना दे, इसके बाद वह चले जाएंगे।
उसने बताया कि सोनिया ने चाय और बिस्किट ट्रे में लाकर उनके सामने रख दिए और वापस कमरे में जाने लगी। तभी आनंद और राहुल ने उसे दबोच लिया और चाकू से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए। वह चीखती हुई कमरे से बाहर बरामदे में आकर गिर गई। चीख सुन अशोक ने अंदर कमरे से आवाज दी कि क्या हो गया। इसके बाद आनंद कमरे में पहुंचा और उसे दबोच लिया। आनंद और राहुल ने मिलकर अशोक की भी हत्या कर दी। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दोनों वहां से निकले और बस में सवार होकर वापस नरेला पहुुंच गए।