घीया के साथ शिमला मिर्च की खेती कर मदीना गांव निवासी राधेश्याम भारद्वाज बढ़ा रहे मुनाफा
जागरण संवाददाता रोहतक किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए न केवल खुद किसान प्रयास कर रह
जागरण संवाददाता, रोहतक :
किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए न केवल खुद किसान प्रयास कर रहे हैं बल्कि सरकार भी ऐसी अनेक ऐसी योजनाएं चला रही है जिनसे किसान अपना मुनाफा बढ़ा सकते हैं। खेती से मुनाफा बढ़ाने के लिए रोहतक के मदीना गांव निवासी राधेश्याम भारद्वाज भी बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं। वे बहुफसलीकरण को महत्व देते हैं। उन्होंने फिलहाल घीया के साथ शिमला मिर्च की खेती की है। जिस पर घीया की तो फसल भी लगनी भी शुरू हो गई है। उनका दावा है कि इस प्रकार के बहुफसलीकरण से किसान महज चार माह में प्रति एकड़ तीन लाख तक का लाभ उठा सकते हैं। राधेश्याम के मुताबिक उन्होंने करीब दो महीने पहले दो एकड़ में घीया की फसल लगाई है। घीया की फसल उन्होंने बांस तार विधि से लगाई है। बता दें कि बेल वाली फसले बांस तार विधि से लगाने पर बागवानी विभाग की ओर से किसानों को हजारों रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी मुहैया कराई जाती है। किसान जागरूक होकर सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। राधेश्याम के अनुसार करीब 40 दिन बाद ही घीया की बेल पर फसल लगने लगी है। कम समय में उत्पादन शुरू होने से वे काफी खुश हैं। उनका कहना है कि घीया की फसल से दिसंबर अंत तक उत्पादन होगा। वहीं, शिमला मिर्च से भी अगले महीने के अंत तक उत्पादन शुरू हो जाएगा। शिमला मिर्च का उत्पादन फरवरी अंत तक चलेगा। इस प्रकार एक एकड़ में ही दोनों फसलें लगाने से दोगुना लाभ मिल सकेगा। उनका कहना है कि वे फसलों में जैविक खाद का ही प्रयोग करते हैं। उद्यान विकास अधिकारी डा. कमल सैनी भी उनके खेतों का दौरा कर चुके हैं। राधेश्याम अन्य किसानों को भी बहुफसलीकरण करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
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मदीना गांव निवासी किसान राधेश्याम बहुफसलीकरण कर लाभ उठा रहे हैं। अन्य किसानों को भी अपनी आय बढ़ाने के लिए बहुफसलीकरण की ओर रुख करना चाहिए। सरकार की ओर से किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। किसानों को उनका लाभ उठाकर आय बढ़ाने की जरूरत है।
- डा. हवा सिंह, जिला बागवानी अधिकारी, रोहतक ।