जिदगी की जंग हार गया मासूम हनु, 48 घंटे बाद पीजीआइ में तोड़ा दम
संवाद सहयोगी महम कस्बे में दो बच्चों के साथ जहर निगलने के मामले में आखिरकार 48 घंटे ब
संवाद सहयोगी, महम : कस्बे में दो बच्चों के साथ जहर निगलने के मामले में आखिरकार 48 घंटे बाद मासूम हनु भी जिदगी की जंग हार गया। पीजीआइ में उपचाराधीन हनु ने मंगलवार तड़के दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। फरमाणा गांव में जिस जगह सोमवार को हनु के पिता और छोटे भाई की चिता जलाई गई थी उसी स्थान पर उसका अंतिम संस्कार किया गया।
बता दें, कि मूलरूप से फरमाणा गांव का रहने वाला 35 वर्षीय बलवान अपने परिवार के साथ काफी समय से महम के वार्ड-8 में रहता था। शनिवार देर शाम बलवान ने अपने छह वर्षीय बेटे हनु और चार वर्षीय बेटे मान के साथ जहर निगल लिया था। बलवान और मान की मौत हो गई थी, जबकि हनु का तभी से पीजीआइ में उपचार चल रहा था। उपचार के बाद भी हनु की हालत में सुधार नहीं हुआ और मंगलवार तड़के उसने दम तोड़ दिया। हनु की मौत का पता चलते ही महम थाना पुलिस पीजीआइ में पहुंची। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों ने शाम के समय फरमाणा गांव में उसके शव का अंतिम संस्कार किया। दो दिन में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों में इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है। पत्नी, सास और साली पर है केस दर्ज
इस मामले में बलवान की बहन इंदू ने आरोप लगाया था कि पत्नी ज्योति, सास गुड्डी और साली पूजा से परेशान होकर उसके भाई ने यह कदम उठाया है। तीनों मिलकर बलवान के साथ मारपीट करती थी और उसका मकान भी अपने नाम करा लिया था। बलवान के घर में बाहरी लोगों का भी आना-जाना था, जिसका बलवान विरोध करता था। इंदू की शिकायत के बाद पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। बलवान के दूसरे बेटे हनु की भी मंगलवार सुबह मौत हो गई है। इस मामले में केस दर्ज किया जा चुका है। इसकी गहनता से जांच पड़ताल की जाएगी। जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।
- सज्जन कुमार, डीएसपी महम