मस्तनाथ मठ के महंत योगी बालकनाथ ने राहुल व प्रियंका को दी बड़ी चुनौती
अलवर से भाजपा प्रत्याशी बने रोहतक के अस्थल बोहर के मस्तनाथ मठ के महंत योगी बालक नाथ ने कहा है कि अलवर से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव लड़े तो उनकरी जमानत जब्त हो जाएगी।
रोहतक, जेएनएन। अस्थल बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत योगी बालक नाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को राजस्थान के अलवर से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि अलवर से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मैदान में आएंगे तो उनकी जमानत तक जब्त हो जाएगी।
अलवर से भाजपा टिकट मिलने के बार रोहतक के अस्थल बोहर के मस्तनाथ मठ पहुंचे
Loksabha election 2019 में अलवर से भाजपा टिकट मिलने के बाद योगी बालकनाथ शनिवार को राेहतक क पास अस्थल बोहर मठ में पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए में उन्होंने कहा, मैं अपने उनके गुरु चांदनाथ योगी के अधूरे सपनों को पूरा करना चाहता हूं। इसलिए भाजपा हाईकमान से अलवर से ही चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। यह मौका मिलने पर मैं बेहद खुश हूं।
अस्थल बोहर में मस्तानाथ मठ में योगी बालकनाथ।
योगी बालक नाथ ने कहा, मैं अलवर की जनता की सेवा के लिए राजनीति में आया हूं और जनता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहूंगा। योगी बालक नाथ अलवर से टिकट मिलने के बाद पहली बार शनिवार को बाबा मस्तनाथ मठ पहुंचे हैं। यहां पहुंचने पर लाेगाें ने उनका जोरदार स्वागत किया।
योगी बालकनाथ ने कहा कि देश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पांच साल में अभूतपूर्व विकास किया है। देश की जनता ऐतिहासिक बहुमत देकर मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास न नेतृत्व है और न ही नीति। कांग्रेस के पास काम करने की नीयत है और न जज्बा।
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महंत बालकनाथ संभालेंगे गुरु की राजनीतिक विरासत
बता दें कि अस्थल बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत बालकनाथ के गुरु ब्रह्मलीन चांद नाथ योगी अलवर से सांसद थे। इस तरह योगी बालक नाथ गुरु की राजनीतिक विरासत भी संभालेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने बालकनाथ को अलवर लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। इसके साथ ही उनके रोहतक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया है।
27 जुलाई 2016 को योगी बालकनाथ को महंत चांदनाथ के अस्वस्थ होने के कारण उनका उत्तराधिकारी बनाया गया था। 17 सितंबर को महंत चांदनाथ का निधन हो गया। इसके बाद योगी बालकनाथ महंत बने। महंत चांदनाथ योगी अलवर से सांसद थे। उनके स्थान पर योगी बालकनाथ को उपचुनाव लड़ाने की चर्चाएं भी खूब चलीं, लेकिन उनको उपचुनाव नहीं लड़ाया गया। अब उनका नाम रोहतक लोकसभा में भी चर्चा में था, लेकिन योगी बालकनाथ अलवर की सीट पर ही अपने गुरु की राजनीतिक विरासत संभालने की इच्छा रखे हुए थे।
योगी आदित्यनाथ के चहेते हैं बालकनाथ
महंत चांदनाथ अक्सर उत्तर प्रदेश के मुख्यसाथ दिखते थे। योगी आदित्यनाथ जब सांसद थे तो अस्थल बोहर मठ में महंत चांदनाथ से मिलने आते थे। योगी बालकनाथ को जब चांदनाथ का उत्तराधिकारी बनाया गया, तब सभी रस्में योगी आदित्यनाथ और योगगुरु बाबा रामदेव ने ही पूरी करवाई थीं। अब उनको अलवर से टिकट दिलाने में योगी आदित्यनाथ की भी बड़ी भूमिका रही है।
कौन हैं योगी बालकनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी बालकनाथ का जन्म गांव कोहराणा बहरोड़ जिला अलवर राजस्थान में वर्ष 1986 में हुआ। मात्र 12 वर्ष की आयु में इनके पारिवारिक सदस्य बाबा मस्तनाथ की मन्नत के कारण इन्हें नाथ संप्रदाय में समर्पित कर गए थे। महंत चांदनाथ ने उन्हें शिष्य के रूप में स्वीकार किया।
योगी बालकनाथ ने अस्थल बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ स्कूल में ही शिक्षा ग्रहण की और नौंवी तक शिक्षा लेने के बाद गुरु की सेवा के साथ आध्यात्मिक शिक्षा लेने लगे। वह 29 जुलाई 2016 को महंत चांदनाथ के उतराधिकारी बने। चांदनाथ के निधन के बाद 17 सितंबर 2017 को उनको अस्थल बोहर की गद्दी सौंपी गई।