काजल सैनी ने साउथ एशियन गेम्स में जीते दो मेडल
जागरण संवाददाता रोहतक नेपाल में चल रहे 13वें साउथ एशियन गेम्स में राइफल शूटर काजल
जागरण संवाददाता, रोहतक :
नेपाल में चल रहे 13वें साउथ एशियन गेम्स में राइफल शूटर काजल सैनी ने बृहस्पतिवार को गोल्ड व ब्रांज मेडल जीते हैं। काजल एक माह में चार इंटरनेशनल मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। नेपाल से शुक्रवार को काजल रोहतक पहुचेंगी और इसके बाद 11 दिसंबर को भोपाल में 63वीं नेशनल शूटिग चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी, जहां वे हरियाणा का प्रतिनिधित्व करेंगी। पिता विजय सैनी ने बताया कि काजल ने 50 मीटर थ्री पोजीशन टीम इवेंट में गोल्ड और इसी इवेंट की व्यक्तिगत स्पर्धा में ब्रांज मेडल हासिल किया है।
किराये की राइफल से की थी प्रेक्टिस की शुरूआत
काजल का नेशनल से लेकर इंटरनेशनल टूर्नामेंट में पदक जीतने का सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने चार साल पूर्व किराये की राइफल से अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी और एक दफा ऐसी दुविधापूर्ण स्थिति भी आई जब मैच से तुरंत पहले उसे वह किराये की राइफल भी नसीब नहीं हो पाई। मजबूरीवश उसे किसी अन्य खिलाड़ी की राइफल मांगकर मैच खेलना पड़ा और वह वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाई, जिसकी वह खुद उम्मीद कर रही थीं। मगर इस युवा राइफल शूटर ने हिम्मत नहीं हारी और हौसले के साथ संघर्ष के रास्ते पर आगे बढ़ती रही। नतीजतन, काजल अब तक नेशनल लेवल पर 11 और इंटरनेशनल लेवल में चार पदक जीत चुकी हैं।
रेंज न होने की वजह से दिल्ली होना पड़ा शिफ्ट
श्रीबाबा मस्तनाथ स्कूल से 12वीं करने वाली काजल रोहतक के राजकीय महिला कालेज में एनसीसी कैडेट रही हैं। उन्होंने शूटिग की शुरूआत एनसीसी से ही की थी मगर हरियाणा में 50 मीटर राइफल शूटिग की प्रेक्टिस के लिए कोई रेंज न होने की वजह से उन्हें चार साल पूर्व दिल्ली में अपने मामा के घर नजफगढ़ शिफ्ट होना पड़ा। जहां से वह हर रोज तुगलकाबाद स्थित डा. करणी सिंह शूटिग रेंज के लिए बस से रवाना होती और वहां दिनभर प्रेक्टिस कर वापस लौटती थी।