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दादा-दादी और पिता की हत्या का बदला लेने के लिए की थी जुग्गी की हत्या

पटेल नगर कालोनी में हुई जोगिद्र उर्फ जुग्गी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस ने तीन मुख्य आरोपित समेत चार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित अनिल उर्फ सोनू ने अपने दादा-दादी और पिता की हत्या का बदला लेने के लिए हत्याकांड को अंजाम दिया था। तीनों आरोपितों को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया है साथ ही आरोपितों को शरण देने वाली महिला मित्र को भी गिरफ्तार किया है। वीरवार को चारों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 08:10 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 08:10 AM (IST)
दादा-दादी और पिता की हत्या का बदला लेने के लिए की थी जुग्गी की हत्या
दादा-दादी और पिता की हत्या का बदला लेने के लिए की थी जुग्गी की हत्या

जागरण संवाददाता, रोहतक : पटेल नगर कालोनी में हुई जोगिद्र उर्फ जुग्गी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस ने तीन मुख्य आरोपित समेत चार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित अनिल उर्फ सोनू ने अपने दादा-दादी और पिता की हत्या का बदला लेने के लिए हत्याकांड को अंजाम दिया था। तीनों आरोपितों को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया है, साथ ही आरोपितों को शरण देने वाली महिला मित्र को भी गिरफ्तार किया है। वीरवार को चारों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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चार जून को पटेल नगर निवासी जोगिद्र उर्फ जुग्गी की दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। स्कूटी पर सवार होकर आए तीन बदमाशों ने जोगिद्र पर करीब 15 राउंड फायर किए थे। पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के सिर से चिकित्सकों ने छह गोलियां बरामद की थी। एसपी राहुल शर्मा के निर्देश पर सीआइए वन प्रभारी प्रवीन शर्मा के नेतृत्व पर टीम ने कार्रवाई करते हुए हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीन आरोपितों व उन्हें शरण देने वाली मेरठ के फैजलपुर निवासी महिला को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपित अनिल के पिता राजेंद्र उर्फ टीटू सुनारा की वर्ष 2003 में हत्या की गई थी। मृतक के पिता चौधरी राम की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। टीटू सुनारा की हत्या के करीब छह माह बाद ही उसके पिता चौधरी राम की भी हत्या कर दी गई थी। मामले में जोगिद्र उर्फ जुग्गी को कोर्ट ने हत्याओं का दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फिलहाल में जोगेंद्र उर्फ जुग्गी पैरोल पर आया हुआ था। इसके बाद वर्ष 2005 में आरोपित अनिल की दादी की भी गोली मारकर हत्या की गई थी। अनिल को शक था कि जुग्गी ने ही उसकी दादी की भी हत्या की है। जिसके चलते आरोपित अनिल जुग्गी से रंजिश रखने लगा था। गिरफ्तार आरोपित संजय चावला का आपराधिक रिकॉर्ड है और राजस्थान व रोहतक में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा दिल्ली में अवैध शराब के साथ भी गिरफ्तार किया गया था। तीनों ही मामलों में आरोपित फरार चल रहा था और कोर्ट ने उसे उद्घोषित अपराधी घोषित किया गया था। फरारी के दौरान आरोपित करीब पांच वर्षों से मेरठ में ही रह रहा था और अवैध शराब का काम करता था। आरोपित अरुण उर्फ चवन्नी का भी आपराधिक रिकार्ड रहा है। आरोपी के खिलाफ मारपीट के दो मामले दर्ज हैं। करीब पांच साल पहले अरुण उर्फ चवन्नी व संजय चावल में कोस्मेटिक की एक दुकान पर काम करते थे। ऐसे बनाया था हत्या का प्लान

जोगिद्र की हत्या करने के लिए आरोपित अनिल उर्फ सोनू ने अपने साथियो के साथ मिलकर प्लान बनाया। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपितों ने हथियारों का प्रबंध किया। इसके बाद आरोपित अक्षय व गुरु ने मिलकर जोगिद्र उर्फ जुग्गी की रेकी की तथा उसकी लोकेशन के बारे में आरोपित अनिल को बताया। अनिल, संजय व अरुण ने स्कूटी पर सवार होकर जोगिद्र उर्फ जुग्गी की गोलियां मारकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद तीनों आरोपित मौके से फरार हो गए। संजय चावला की मरेठ में नीरज नाम की महिला के साथ दोस्ती थी। नीरज ने तीनों आरोपियों को अपने किराए के मकान में शरण दी थी। हत्या की रैकी में शामिल रहे अक्षय व गुरु तथा षडयंत्र में शामिल रहे रमन, डिपल व संतोष पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।


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