जाट फिर खोलेंगे सरकार के खिलाफ मोर्चा, मांगें न मानी तो दिसंबर में होगी आंदोलन की घोषणा
जसिया में छोटूराम धाम पर हुई अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें कहा गया कि यदि सरकार ने उनकी मांगेें नहीं मानी तो वे फिर आंदोलन करेंगे।
जेएनएन, रोहतक। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि आरक्षण आंदोलन के समय सरकार ने मांगें पूरी करने का वादा किया था, लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी तीन मांगें अभी तक अधूरी है। इससे जाट समाज में भारी रोष है। अगर सरकार ने जल्द ही मांगों को पूरा नहीं किया तो दिसंबर माह में कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर सरकार के खिलाफ आंदोलन की घोषणा कर दी जाएगी। यशपाल मलिक जसिया में छोटूराम धाम में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि छोटूराम धाम की स्थापना के मौके पर 24 नवंबर को चौधरी छोटूराम जयंती समारोह मनाया जाएगा। इसमें कई प्रदेशों के लोग भाग लेंगे। आरक्षण आंदोलन को लेकर कहा कि जिस समय आंदोलन चल रहा था तब सरकार ने वादा किया था कि सभी मुकदमों को वापस लिया जाएगा। आरक्षण को लेकर बिल लाया जाएगा। वहीं धरनों पर बैठे लोगों के मृत आश्रितों को सरकार द्वारा नौकरी का आश्वासन दिया गया था। अभी तक सरकार ने इन्हें पूरा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में समाज के लोगों ने उन नेताओं का आइना दिखा दिया है, जिन्होंने राजनीतिक महत्वकांक्षा के लिए भाईचारा खराब किया। सरकार जल्द ही मांग पूरी नहीं करती तो दिसंबर माह में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर आंदोलन की घोषणा कर दी जाएगी। समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पूनिया ने 24 नवंबर को होने वाले समारोह में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने का आह्वान किया। इस मौके पर महासचिव कृष्णलाल हुड्डा भी मौजूद रहे।
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