शहीद जोगेंद्र की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, नम आंखों से दी विदाई
संवाद सहयोगी कलानौर त्रिपुरा में शहीद हुए बलम गांव के शहीद जोगेंद्र सिंह का पार्थिव शरी
संवाद सहयोगी, कलानौर : त्रिपुरा में शहीद हुए बलम गांव के शहीद जोगेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार को गांव में पहुंचा। शहीद की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। सांसद दीपेंद्र हुड्डा और सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर समेत कई अन्य नेता और प्रशासनिक अधिकारी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद को सलामी देकर अंतिम विदाई दी गई।
बलम गांव के रहने वाले बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर जोगेंद्र सिंह बृहस्पतिवार को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान त्रिपुरा में शहीद हो गए थे। शहीद का पार्थिव शरीर लेकर बीएसएफ के अधिकारी शनिवार तड़के कलानौर थाने में पहुंचे। वहां से सुबह सात बजे उनका काफिला आंवल, गढ़ी, काहनौर और जेठपुर गांव से होता हुआ बलम गांव में पहुंचा। रास्ते में जगह-जगह स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने शहीद जोगेंद्र सिंह अमर रहे के नारे लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। शहीद की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोगों ने आतंकवाद के साथ-साथ पाकिस्तान मुर्दाबाद के भी नारे लगाएं। जोगेंद्र सिंह की शहादत को लेकर पूरे गांव में मातम पसरा हुआ था। शहीद के बेटे सोमबीर और भाई नामेंद्र ने उन्हें मुखाग्नि दी। बीएसएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर से उन्हें सलामी देकर विदाई दी। इस दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सहाकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर, विधायक शकुंतला खटक, रमेश भाटिया, रामअवतार वाल्मीकि, शमशेर खरकड़ा, सतीश वर्मा, डीएसपी नारायण चंद, एसएचओ राजेंद्र सिंह और तहसीलदार हरकेश गुप्ता आदि शामिल रहे। उधर, शहीद के परिजनों को सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है। जोगेंद्र सिंह ने दी देश के लिए शहादत
शहीद जोगेंद्र सिंह की शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उनके जाने का दुख है, लेकिन ऐसे वीर सैनिक पर सभी को गर्व भी करना चाहिए। उन्होंने अपनी मातृभूमि के लिए शहादत देकर नाम रोशन कर दिया। इस दुख की घड़ी में वह शहीद के परिवार के साथ है।
- सांसद दीपेंद्र हुड्डा मुझे इस बात पर गर्व है कि भारत मां के शहीद बेटे जोगेंद्र सिंह ने मां भारती की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। मैं उनकी शहादत को नमन करता हूं और सरकार की तरफ से उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं।
- सहकारिता मंत्री, मनीष ग्रोवर मुझे शहीद जोगेंद्र सिंह पर गर्व है, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपने प्राणों को कुर्बान किया है। वह शहीद के परिवार के साथ है और परिजनों की हर संभव सहायता की जाएगी। ऐसे वीर सपूत पर सभी को गर्व करना चाहिए।
- विधायक शकुंतला खटक