रोहतक PGIMS के हास्टल मेस से कैश से लाखों रुपये के हेरफेर में बैठी जांच, स्टोर कीपर ने दी थी शिकायत
रोहतक पीजीआइ के ब्वायज हास्टल के आडिट रिपोर्ट में सामने आए 16 लाख रुपये के हेरफेर की जांच पहले ही चल रही है। अब हास्टल के स्टोर कीपर का चार्ज संभाल रहे क्लर्क ने हास्टल अधीक्षक पर मैस कैश से पांच लाख रुपये ले जाने का आरोप लगाया है।
रोहतक, जागरण संवाददाता। रोहतक पीजीआइ के ब्वायज हास्टल में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक कर्मचारी पर इसकी गाज पहले ही गिर चुकी है। आडिट रिपोर्ट में सामने आए 16 लाख रुपये के हेरफेर की जांच पहले ही चल रही है। अब हास्टल के स्टोर कीपर का चार्ज संभाल रहे क्लर्क ने हास्टल अधीक्षक पर मैस कैश से पांच लाख रुपये ले जाने का आरोप लगाया है। जिसकी शिकायत उसने कुलपति, निदेशक व रजिस्ट्रार को भेजी। शिकायत पर निदेशक कार्यालय की ओर से जांच शुरू कर दी गई है। जांच का जिम्मा हास्टल वार्डन को सौंपा गया है। वार्ड ने इस मामले में अधीक्षक से पक्ष स्पष्ट करने के लिए कहा है।
शिकायत में यह लगाए हैं आरोप
हास्टल स्टोर कीपर ने बताया कि अधीक्षक डा. संजय गुप्ता ने उसे दबाव देकर मैस क्लर्क का चार्ज लेने को कहा। 26 सितंबर को मेडिकल छुट्टी पर चला गया लेकिन सप्लायरों को पेमेंट करने, गैस के चेक व कर्मचारियों की तनख्वाह जारी करने के लिए उसे आफिस जाना पड़ता था। 10 अक्टूबर को जब वह आफिस पहुंचा तो अधीक्षक डा. संजय गुप्ता ने सारे पैसे देने व आफिस नहीं आने की बात कही।
पीजीआइ में स्टोर कीपर की शिकायत पर शुरू हुई जांच, वार्डन करेंगे मामले की जांच
उसे रिकार्ड तैयार कर शाम तक कैश सौंपने की बात कही। लेकिन अधीक्षक डा. गुप्ता ने उससे पांच लाख रुपये व लिखित रिकार्ड की चाबी भय दिखाकर ले ली। 31 अक्टूबर को जब वह वापस ड्यूटी पर आया तो उसने पैसे व रिकार्ड डा. गुप्ता ने देने से मना कर दिया। इसको लेकर उसने तत्कालीन डा. आरबी जैन से भी मिला लेकिन फिर भी हास्टल कैश के पैसे नहीं लौटाए। पांच लाख रुपये नहीं मिलने के बाद वह मानसिक दबाव में है।
अधिकारी के अनुसार
स्टोरी कीपर की शिकायत उनके पास निदेशक कार्यालय से आई है। अधीक्षक डा. गुप्ता से मामले में पक्ष स्पष्ट करने को कहा गया है।
----डा. आरएस चौहान, हास्टल वार्डन ब्वायज हास्टल, पीजीआइ राेहतक।