सड़क पर तड़प रहे जज के चौकीदार की इंस्पेक्टर ने बचाई जान
- बहादुरगढ़ के सीआइए इंचार्ज विवेक मलिक रोहतक में आए थे जांच के लिए - जहर पदार्थ के सेवन से युवक की बिगड़ी हुई थी हालत, पड़ा था सड़क पर जागरण संवाददाता, रोहतक : यूं तो पुलिस पर आए दिन कुछ न कुछ आरोप लगते रहते हैं, लेकिन कई बार खाकी वर्दीधारी पुलिसकर्मी इंसानियत की मिसाल भी कायम कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला बृहस्पतिवार शाम हुआ, जब बहादुरगढ़ से आए इंस्पेक्टर ने सड़क पर जहर से तड़प रहे एक युवक को आनन-फानन में पीजीआइ में भर्ती कराया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : यूं तो पुलिस पर आए दिन कुछ न कुछ आरोप लगते रहते हैं, लेकिन कई बार खाकी वर्दीधारी पुलिसकर्मी इंसानियत की मिसाल भी कायम कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला बृहस्पतिवार शाम हुआ, जब बहादुरगढ़ से आए इंस्पेक्टर ने सड़क पर जहर से तड़प रहे एक युवक को आनन-फानन में पीजीआइ में भर्ती कराया।
दरअसल, बहादुरगढ़ के सीआइए प्रभारी इंस्पेक्टर विवेक मलिक रोहतक में किसी काम से आए थे। सुभाष रोड पर उन्होंने देखा कि एक युवक सड़क किनारे फुटपाथ पर पड़ा है, जिसके मुंह से झाग निकल रहे है। इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ उसके पास पहुंचे। वहां पर एक जहरीले पदार्थ की शीशी भी पड़ी हुई थी। इसके बाद पूरा मामला समझ में आ गया। इंस्पेक्टर ने अपनी टीम के साथ मिलकर युवक को पीजीआइ में भर्ती कराया। साथ ही डाक्टर को भी जहर की शीशी दिखाई। समय पर उपचार मिलने के कारण युवक की हालत में सुधार हो गया। बाद में पता चला कि युवक सोनीपत के उलदेपुर गांव का रहने वाला सुमित है, जो रोहतक में एक जज के यहां पर चौकीदार का काम करता है। पुलिस ने उसकी जेब से मिले पर्स और मोबाइल नंबर के माध्यम से उसके परिजनों को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद देर रात तक परिजन नहीं पहुंचे थे। पुलिस के इस काम की सभी लोग तारीफ कर रहे हैं। हालांकि युवक ने जहर खाया है या फिर उसे खिलाया गया है इस बारे में कोई जानकारी नहीं हो सकी।