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32 करोड़ की फर्जी बिक्री दर्शाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट की कोशिश, फर्म संचालक पर मुकदमा

जागरण संवाददाता रोहतक अवैध रूप से फर्म का पंजीकरण कराने और फर्जी तरीके से करोड़

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 May 2019 06:57 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 06:37 AM (IST)
32 करोड़ की फर्जी बिक्री दर्शाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट की कोशिश, फर्म संचालक पर मुकदमा
32 करोड़ की फर्जी बिक्री दर्शाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट की कोशिश, फर्म संचालक पर मुकदमा

जागरण संवाददाता, रोहतक : अवैध रूप से फर्म का पंजीकरण कराने और फर्जी तरीके से करोड़ों रुपये की इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल करने के प्रयास के लिए जीएसटी अधिकारियों ने एक फर्म संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। अधिकारियों ने गांव भैणी सुरजन निवासी फर्म संचालक मंजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि आरोपित ने फर्जी तरीके से करीब 32 करोड़ की बिक्री दर्शाकर सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। इससे पहले भी जिले में करीब 70 करोड़ रुपये की फर्जी बिलिग करने वाले फर्म संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।

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राज्य कर अधिकारी ने आर्य नगर थाना पुलिस को शिकायत देकर बताया कि भैणी सुरजन गांव निवासी मंजीत कुमार ने एक फर्जी फर्म का संचालन किया हुआ है। अवैध रूप से फर्म का पंजीकरण लेने के बाद उसने कागजों में ही करोड़ों रुपये का घालमेल शुरू कर दिया। शिकायत मिलने के बाद जब जांच शुरू की गई तो सामने आया कि फर्म संचालक द्वारा केवल कागजों में ही बिक्री की जा रही है, जबकि फर्म का जमीनी स्तर पर कोई अस्तित्व नहीं है। इसके बाद गहनता से प्रकरण की जांच की गई तो सामने आया कि फर्म संचालक द्वारा 32 करोड़ 40 लाख 88 हजार 507 रुपये की फर्जी बिक्री दर्शाई है। जिसके बाद आरोपित ने फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट के लिए आवेदन किया। इससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान होने की संभावना है। फिलहाल पुलिस ने आरोपित मंजीत कुमार के खिलाफ टैक्स एक्ट की धाराओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। वर्ष 2017 में कराया था पंजीकरण

बताया जा रहा है कि मंजीत कुमार ने फर्जी तरीके से वर्ष 2017 में फर्म का पंजीकरण कराया था। जिसके बाद से ही वह फर्जी बिक्री दर्शाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ ले रहा था। हालांकि अधिकारियों ने अभी यह पुष्टि नहीं की है कि फर्म संचालक द्वारा सरकार को कितने राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने अब फर्म का पंजीकरण भी निरस्त कर दिया है।


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