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पारंपरिक खेती के स्थान पर बागवानी खेती अपनाकर बढ़ाएं आय

सरकार की ओर से किसानों की आय को दोगुना करने व बागवानी खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए बागवानी विभाग के माध्यम से अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। इन योजनाओं के अंतर्गत किसानों को अनुदान राशि प्रदान की जा रही है। किसान पारंपरिक खेती के स्थान पर बागवानी खेती अपनाकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को नए बाग लगाने पर अनुदान राशि प्रदान की जाती है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 06:51 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 06:51 PM (IST)
पारंपरिक खेती के स्थान पर बागवानी खेती अपनाकर बढ़ाएं आय
पारंपरिक खेती के स्थान पर बागवानी खेती अपनाकर बढ़ाएं आय

जागरण संवाददाता, रोहतक : सरकार की ओर से किसानों की आय को दोगुना करने व बागवानी खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए बागवानी विभाग के माध्यम से अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। इन योजनाओं के अंतर्गत किसानों को अनुदान राशि प्रदान की जा रही है। किसान पारंपरिक खेती के स्थान पर बागवानी खेती अपनाकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को नए बाग लगाने पर अनुदान राशि प्रदान की जाती है।

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-इतना मिलता है अनुदान

अमरूद, आवंला व अनार के नए बाग लगाने पर प्रति हेक्टेयर पर 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। अमरूद के बाग लगाने पर 11 हजार 502 रुपये अनुदान राशि दी जाती है, जबकि अनार के बाग लगाने पर 15 हजार 900 रुपये व आंवला के बाग पर 15 हजार राशि अनुदान के रूप में प्रदान की जाती है। अनुदान योजना के तहत एक किसान 10 एकड़ तक बाग लगा सकता है।

-इन कागजातों की होती है आवश्यकता

कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान जमीन के कागजात जैसे कि जमाबंदी व सिजरा आदि के साथ अपनी बैंक कापी व आधार कार्ड के साथ जिला बागवानी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने एकीकृत बागवानी विकास मिशन के नियमों अनुसार वित्तीय वर्ष 2021 में उपरोक्त फसल के बाग लगाए है, वो भी अनुदान राशि के लिए अपना आवेदन कर सकते है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त किसान नेशनल हार्टिकल्चर बोर्ड की ओर से सत्यापित नर्सरी के बिल जहां से उन्होंने पौधा खरीदा व उसके साथ साथ नर्सरी की नेमाटोड्स रिपोर्ट भी साथ लेकर आएं।


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