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नगर निगम में कर्मचारी को सीट से छोड़ने से पहले रजिस्टर में दर्ज करनी होगी जानकारी

ओपी वशिष्ठ, रोहतक नगर निगम के कर्मचारी अब ड्यूटी के दौरान तफरी नहीं मार सकेंगे। अगर

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 08:16 PM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 08:16 PM (IST)
नगर निगम में कर्मचारी को सीट से छोड़ने से पहले रजिस्टर में दर्ज करनी होगी जानकारी
नगर निगम में कर्मचारी को सीट से छोड़ने से पहले रजिस्टर में दर्ज करनी होगी जानकारी

ओपी वशिष्ठ, रोहतक

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नगर निगम के कर्मचारी अब ड्यूटी के दौरान तफरी नहीं मार सकेंगे। अगर कोई भी अधिकारी व कर्मचारी वर्किंग टाइम में अपनी सीट से नदारद मिला तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो सकती है। नगर निगम मेयर ने इसको लेकर खास तौर पर आयुक्त को पत्र लिखा है। अब किसी भी शाखा के अधिकारी व कर्मचारियों को अगर किसी जरूरी कार्य के लिए फील्ड में जाना भी है तो उसने बाकायदा रजिस्टर में इसकी जानकारी दर्ज करनी होगी।

बता दें कि नगर निगम में कई शाखाओं के अधिकारी व कर्मचारी अपनी सीट पर बैठने की बजाय इधर-उधर घूमते रहते हैं। जिसके कारण निगम में अपनी कार्यों को लेकर पहुंचे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एक छोटे से कार्य के लिए घंटों निगम कार्यालय में इंतजार भी कई बार करना पड़ता है। इससे जहां निगम की छवि खराब हो रही थी, वहीं, समय पर लोगों के काम नहीं हो पा रहे थे। कुछ इस तरह के मामले नवनिर्वाचित मेयर मनमोहन गोयल के सामने आए तो उन्होंने तुरंत संज्ञान लिया। मेयर ने निगमायुक्त को पत्र लिखकर सभी शाखाओं में मूवमेंट रजिस्टर लागू करने की सिफारिश की। निगमायुक्त ने इस बात पर अमल करते हुए कई शाखाओं में मूवमेंट रजिस्टर शुरू कर दिए है। संबंधित शाखा से कोई भी कर्मचारी कार्यालय से बाहर जाएगा तो उसको रजिस्टर में इसकी जानकारी देनी होगी। शाखा अध्यक्ष की रहेगी जवाबदेही

नगर निगम मेयर और निगमायुक्त किसी भी शाखा में डयूटी टाइम में औचक निरीक्षण भी किया जा सकता है। अगर किसी शाखा में अधिकारी व कर्मचारी अपनी सीट से गायब मिले तो मूवमेंट रजिस्टर की जांच होगी। रजिस्टर में जानकारी नहीं मिली तो फिर शाखा अध्यक्ष को इसका जवाब देना होगा। पहली बार चेतावनी दी जाएगी। दोबारा से शिकायत मिली तो फिर अनुशासनात्मक और विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

12 से डेढ़ बजे तक कार्यालय में रहना अनिवार्य

मेयर मनमोहन गोयल ने नगर निगम के अधिकारियों को जनता की शिकायतें सुनने के दौरान नगर निगम कार्यालय में ही मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं। इस प्रकरण में एक पत्र भी जारी किया गया है। जिसमें दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक एक्सईएन, एसडीओ, जेई व दूसरे अधिकारियों को नगर निगम कार्यालय में ही मौजूद रहने को कहा है। पत्र में यह भी लिखा है कि जब जनता फरियाद लेकर आती है तब अधिकारी कहते हैं कि वह फील्ड में हैं। ऐसे में कई दफा जनता की समस्या हल करने में दिक्कत होती है। इसलिए अधिकारियों से कहा है कि वह निर्धारित समय के बाद ही फील्ड में जाएं। यह भी कहा है कि जरूरी है तो इसकी जानकारी दें। नगर निगम में लोग अपने कार्यों को लेकर आते हैं। अगर उनके कर्मचारी सीट पर नहीं मिलता तो काफी तकलीफ होती है। समय की बर्बादी के साथ-साथ आमजन को मानसिक प्रताड़ना भी होती है। दोपहर 12 से डेढ़ बजे तक तो एक्सईएन, एसडीओ, जेई व अन्य अधिकारियों को निगम कार्यालय में मौजूद रहना होगा। वह भी इस दौरान कार्यालय में ही मौजूद रहेंगे ताकि फरियादियों की शिकायतों का मौके पर ही निपटारा किया जा सके।

मनमोहन गोयल, मेयर, रोहतक


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