पति ने अवैध संबंधों के शक में पत्नी की हत्या कर किए शव के सात टुकड़े
पुलिस ने महिला के शव के अलग-अलग टुकड़े मिलने के मामले का पटाक्षेप कर दिया है। अवैध संबंधों के कारण पति ने नहीं महिला की हत्या की थी।
जेएनएन, रोहतक। चरखी दादरी समेत तीन अलग-अलग स्थानों पर मिले महिला के शव के टुकड़ों के मामले का शनिवार को पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया। पुलिस ने इस मामले में महिला के पति को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, ननदोई से अवैध संबंधों के कारण पति ने ही एक माह पहले महिला की हत्या की थी। बाद में आरी से शव के सात टुकड़े कर अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिए। फिलहाल पुलिस बाकी चार टुकड़ों की तलाश में जुटी है।
बता दें कि 22 नवंबर को मकड़ौली के पास झाडिय़ों में एक महिला के शव का निचला हिस्सा मिला। इसके बाद 11 दिसंबर को शिवाजी कॉलोनी में पुरानी शुगर मिल के पास कमर का हिस्सा पड़ा मिला। इसके अलावा चरखी दादरी जिले में भी महिला के शव का कुछ हिस्सा पाया गया। इन टुकड़ों को लेकर पुलिस मामले की छानबीन कर रही थी।
यूं हुआ पटाक्षेप
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी पंकज नैन ने बताया कि तीनों टुकड़ों का पोस्टमार्टम कराया गया। इसमें पाया गया कि टुकड़े एक ही महिला के हैं। इस पर पुलिस ने पिछले एक माह से लापता हुई महिलाओं का ब्योरा जुटाना शुरू किया। इसी बीच पता चला कि गांधी कैंप निवासी महिला काफी दिन से गायब है। पुलिस ने महिला के घर जाकर जांच की और शव के साथ मिले कपड़ों का मिलान महिला के कपड़ों से कराया गया। इसके बाद उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने पत्नी की हत्या करना स्वीकार किया।
एसपी ने बताया कि महिला की शादी 2010 में हुई थी। वह गड़ा कैंप जालंधर की रहने वाली थी। दोनों के एक लड़का-लड़की है। महिला के अपने ननदोई से अवैध संबंध थे और करीब छह माह से वह उसके साथ ही रह रही थी। 13 नवंबर को महिला कपड़े व अन्य सामान लेने के लिए अपने घर आई थी।
इसी बीच पति-पत्नी का झगड़ा हो गया और सिर दीवार में लगने के कारण महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आरोपी ने शव घर में ही छिपा दिया। अगले दिन सुबह जब परिवार के साथ अपने काम पर चले गए तब आरोपी पति ने लकड़ी काटने वाली आरी से शव के सात टुकड़े किए और जेएलएन नहर समेत अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिए।
फंसाया गया मेरा बेटा, खुद हुआ पुलिस के सामने पेश
वहीं, आरोपी की मां का कहना है कि मेरे बेटे को फंसाया गया है। मेरा बेटा खुद सदर थाने में जाकर पेश हुआ है, यदि वह अभियुक्त होता तो पुलिस के सामने नहीं जाता। पुलिस ने दबाव देकर मेरे बेटे को अभियुक्त बना दिया।
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