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मॉर्निग वॉक के लिए निकलने वाले थे हुड्डा, तभी अचानक पहुंच गई सीबीआइ

जागरण संवाददाता, रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा नींद से उठकर मॉर्निंग वॉक के

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Jan 2019 08:33 PM (IST)Updated: Sat, 26 Jan 2019 08:33 PM (IST)
मॉर्निग वॉक के लिए निकलने वाले थे हुड्डा, तभी अचानक पहुंच गई सीबीआइ
मॉर्निग वॉक के लिए निकलने वाले थे हुड्डा, तभी अचानक पहुंच गई सीबीआइ

जागरण संवाददाता, रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा नींद से उठकर मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकलने ही वाले थे कि अचानक सीबीआइ की टीम ने दस्तक दे दी। गुरुग्राम के हुडा सेक्टर की जमीन में हुए घोटाले के मामले में सीबीआइ ने आवास में सर्च अभियान शुरू किया। करीब पांच बजे तक सीबीआइ टीम हुड्डा के आवास पर रही और प्रत्येक कमरे की बारीकी से तलाशी ली गई।

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा शुक्रवार को नींद से उठने के बाद सुबह साढ़े सात बजे ट्रैक सूट में मॉर्निंग वॉक के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान दो गाड़ियों में सीबीआइ के 10 से 12 अफसर आवास पर पहुंचे। टीम में सीबीआइ के एसपी, डीएसपी सहित अन्य अफसर शामिल थे। महिला अफसर भी टीम में मौजूद थीं। टीम ने हुड्डा के मकान की तलाश लेने की बात कही और बारी-बारी से सभी कमरों की अलमारियों व अन्य जगहों को खंगालना शुरू कर दिया। कुछ कमरों की अलमारियां बंद थी, जिनकी चाबी मांगी गई। लेकिन चाबी उनके पास उपलब्ध नहीं हुई। अलमारियों के ताले खुलवाने के लिए बाहर से कारीगर बुलवाए गए, जिन्होंने ताले खोले। बंद अलमारियों को खोलकर भी जांच की गई, जिसमें कुछ कागजात मिले। सीबीआइ टीम ने उनकी जांच की और दोपहर एक बजे वहां से वापस लौट गए। देर रात आवास पर पहुंचे थे दीपेंद्र हुड्डा, टीम आई तब सो रहे थे

रोहतक से सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा बृहस्पतिवार देर रात आवास पर पहुंचे थे। शुक्रवार सीबीआइ टीम पहुंची तब वह अपने कमरे में सो रहे थे। उस वक्त भूपेंद्र ¨सह हुड्डा के अलावा भाई धर्मेंद्र हुड्डा, उनकी पत्नी गीता हुड्डा, बेटा र¨वद्र हुड्डा, पुत्रवधु नीलम हुड्डा व बच्चे मौजूद थे। स्थायी तौर पर धर्मेंद्र हुड्डा का ही परिवार इस मकान में रहता है। सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा करीब नौ बजे नींद से उठे। सीबीआइ ने बिट्टू हुड्डा के कमरे की अलमारियों में कुछ नकदी और फाइलें मिली, जो पेट्रोल पंप की थी। नकदी का मिलान पेट्रोल पंप के रजिस्ट्ररों से मिलाया गया। अलमारियों के ताले खोलने में लगा आधा घंटा

हुड्डा के आवास में कुल अलमारियों के ताले खुलवाने के लिए बाहर से दो कारीगर कुलदीप ¨सह और दारा ¨सह को बुलाया गया। कारीगर करीब एक घंटे बाद हुड्डा के आवास से बाहर निकले। कारीगरों ने बताया कि चार-पांच अलमारियों के ताले खुलवाए गए थे। ताले खोलने में करीब आधा घंटे का समय लगा। उन्होंने बताया कि जब ताले खोल रहे थे, तब कुछ सीबीआइ के अधिकारी और परिवार के सदस्य वहां पर मौजूद थे। अलमारी के ताला खुलवाने के बाद उनको दूसरे कमरे में भेज दिया और इस तरह कई कमरों में ताले खोले गए। अलमारियों में क्या मिला, यह उन्होंने नहीं देखा। सीबीआइ की चलती रही कार्रवाई, हुड्डा जींद रैली के लिए हो गए तैयार

जब सीबीआइ की टीम आवास पर पहुंची तो हुड्डा पार्क में सैर करने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन सीबीआइ टीम पहुंचने के बाद सैर करने का निर्णय रद कर दिया। सीबीआइ की कार्रवाई चल रही थी, इसी दौरान गन्नौर से विधायक कुलदीप शर्मा, पलवल से विधायक करण ¨सह दलाल आवास पर पहुंच गए। कुछ अन्य वरिष्ठ नेता भी पहुंचना शुरू हो गए। हुड्डा ने विधायक व अन्य नेताओं के साथ ब्रेक फास्ट भी किया। सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा के नींद से उठने के बाद हुड्डा जींद रैली में जाने के लिए तैयार हो गए। लेकिन सीबीआइ अफसरों ने हुड्डा को यह कहकर रोक दिया कि जांच के बाद उनके हस्ताक्षर भी होने हैं। इसके बाद हुड्डा ने रैली के लिए सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा, विधायक कुलदीप शर्मा सहित अन्य नेताओं को जींद रैली के लिए भेज दिया और खुद वहीं पर रुक गए। हुड्डा को कार्यकर्ताओं के समक्ष जींद रैली में नहीं पहुंच पाने का मलाल भी चेहरे पर साफ झलक रहा था।


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