यहां तो जन्मदाता ही बन रहे जान के दुश्मन
विनीत तोमर रोहतक जिन हाथों ने पालन-पोषण कर बचपन से युवा अवस्था तक पहुंचाया आज वही हाथ ज
विनीत तोमर, रोहतक
जिन हाथों ने पालन-पोषण कर बचपन से युवा अवस्था तक पहुंचाया आज वही हाथ जान के दुश्मन बने हैं। प्रेम विवाह करने वाले जोड़े मां-बाप से ही जान बचाने के लिए इधर-भागते फिर रहे हैं। डर भी इतना है कि उन्हें पुलिस पर भी भरोसा नहीं है। इसी वजह से वह पुलिस के पास न जाकर सीधे कोर्ट की शरण में जा रहे हैं। डिस्ट्रिक एंड सेशन जज की कोर्ट में पिछले 15 दिन का रिकार्ड देखें तो करीब 19 जोड़े अपनी सुरक्षा की गुहार लगा चुके हैं। खास बात यह है कि 19 में से 17 केसों में जोड़ों ने अपने मां-बाप समेत कई अन्य पर आरोप लगाया है कि वह उनकी हत्या कर सकते हैं। जबकि दो मामलों में केवल भाई और रिश्तेदारों से जान का खतरा बताया गया। हैरानी की बात यह है कि यह जोड़े जैसे-जैसे छिपते-छिपाते कोर्ट तक तो पहुंच जाते हैं, लेकिन इसके बाद वह कोर्ट से बाहर पुलिस सुरक्षा में ही निकलते हैं। उन्हें पुलिस की निगरानी में ही सेफ हाउस तक पहुंचाया जाता है। आइए डालते हैं कुछ ऐसे ही केसों पर नजर। केस : 1
सांपला थाना क्षेत्र के एक गांव गांव के रहने वाले युवक ने बेरी थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती से पांच दिन पहले अस्थल बोहर गांव के नजदीक आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। परिजन तभी से उनके पीछे पड़े हुए हैं। इस मामले में युवती ने अपने पिता, मां, भाई, ताऊ, चचेरा भाई और चाचा से जान का खतरा बताया है। जबकि युवक ने केवल अपने पिता से खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर दोनों को सेफ हाउस भेजा गया। केस : 2
अर्बन एस्टेट थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती ने गोहाना के रहने वाले एक युवक के साथ पिछले सप्ताह शादी की थी। दोनों अपने परिजनों से छिपाते-छिपाते चार दिन पहले कोर्ट में पहुंचे और जज से सुरक्षा की गुहार लगाई। इस मामले में युवती ने अपने पिता और युवक ने अपने भाई से जान का खतरा बताया है। कोर्ट में जाने के बाद प्रेमी जोड़े ने जज के सामने गुहार लगाई थी कि उनकी जान बचाई जाए। वह साथ में रहना चाहते हैं। केस : 3
शहर की एक कालोनी की रहने वाली युवती ने दूसरी कालोनी के युवक से दस दिन पहले शादी की। शादी के बाद दोनों घर पर भी रहे, लेकिन परिजनों को इस बारे में नहीं बताया। कई दिन बाद उनके परिजनों को पता चला, जिसके बाद से वह परिजनों से छिपते फिर रहे हैं। इस मामले में युवती ने अपने दो भाइयों और मामा से खतरा बताया है, जबकि युवक ने भी अपने परिवार के कई सदस्यों पर आरोप लगाया है। आरोप लगाया कि परिजन उन्हें मारने की कोशिश भी कर चुके हैं। .. जब परिजनों ने ही करा दी थी बेटी की हत्या
परिजनों की मर्जी के बैगर प्रेम-विवाह करने वाली एक युवती को पिछले साल कोर्ट परिसर से थोड़ी ही दूर परिजनों से सुपारी देकर पुलिस सुरक्षा में मौत के घाट उतरवा दिया था। इसके लिए परिजनों ने उत्तर प्रदेश के मेरठ से शूटर बुलाए थे। खास बात यह है कि जिस समय हत्याकांड को अंजाम दिया गया उस वक्त युवती के परिजन भी साथ में थे। युवती की सुरक्षा करते हुए करनाल पुलिस के एक एएसआइ की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हालांकि इस मामले में आरोपित पकड़े जा चुके हैं। इसके अलावा भी कई अन्य मामलों में प्रेमी-जोड़ों की जान ले ली गई।