.. यहां निश्शुल्क दी जाती है समाज के गरीब बच्चों को शिक्षा
जागरण संवाददाता, रोहतक : कहते हैं उम्मीदों पर ही दुनिया कायम है। इसकी बानकी रोहतक म
जागरण संवाददाता, रोहतक :
कहते हैं उम्मीदों पर ही दुनिया कायम है। इसकी बानकी रोहतक में मेक द फ्यूचर आफ चाइल्ड (एमटीएफसी) संस्था में देखी जा सकती है। यहां समाज के गरीब बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दी जाती है। संस्था के संचालक नरेश ढल ने 11 साल पहले इस निश्शुल्क शिक्षा की नींव उस वक्त रखी थी जब वे खुद पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन समाज के उस तबके को शिक्षित बनाना उनका जुनून बन चला था जो शिक्षा के दूर अशिक्षा के अंधकार में अपना बचपन गुजारते हैं। उनको उम्मीद थी कि अगर ऐसे बच्चों को भी शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ा जाए तो देश का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। इसी के मद्देनजर उन्होंने वर्ष 2007 में शिवाजी कालोनी स्थित अपने मकान पर सात बच्चों को अंग्रेजी की निश्शुल्क को¨चग देना शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने 2011 में एमटीएफसी संस्था के बैनर तले बच्चों को शिक्षित करना शुरू किया। तभी से खुद को वे समाज ऐसे बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए खुद को समर्पित किए हुए हैं। बच्चों के प्रति उनका समर्पण ही है कि अब इस संस्था में 300 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि अब तक 3000 विद्यार्थी पढ़ाई कर चुके हैं। संस्था में शुरुआत में निश्शुल्क पढ़ाई करने वाले अनेक विद्यार्थी भी अब बच्चों को पढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
आर्थिक समस्याओं के बीच नहीं छोड़ी उम्मीद :
संस्था के संचालक नरेश ढल बताते हैं वे गरीब परिवार से है। बच्चों को को¨चग देने के समय वे खुद भी स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे। उस दौरान उनके सामने आर्थिक समस्याएं खड़ी हुई थी। उन पर घर की जिम्मेदारी के साथ ही खुद की पढ़ाई का दायित्व भी था। इन सबके बीच गरीब बच्चों को भी शिक्षित कर समाज की मुख्य धारा में लाने का जज्बा अंदर से उनको हौसला देता रहा। इसी हौसले व उम्मीद को उन्होंने पंख लगाए और समाज के गरीब वर्ग के ऐसे बच्चों को एकजुट कर शिक्षित करने लगे जो पढ़ाई नहीं कर रहे थे। उन्होंने खुद भी पढ़ाई की और गरीब बच्चों को भी शिक्षित बनाते चले गए।
संस्था को किया जा चुका है सम्मानित :
समाज के इन बच्चों को शिक्षित बनाने के दिशा में विशेष रूप से कार्य कर रही इस संस्था को अनेक बार सम्मानित भी किया जा चुका है। इसके अलावा संस्था में बच्चों को पढ़ाने वाले स्वयंसेवक भी सम्मानित हो चुके हैं। संस्था व नरेश ढल को खेल विभाग की ओर से अवार्ड भी दिए जा चुके हैं। इसके अलावा हरिओम सेवा व अन्य संगठनों ने भी सम्मानित किया है। कन्हेली रोड स्थित इस संस्था को आज शहर में हर कोई जानता है।