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घरेलू क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले राजेंद्र गोयल पंचतत्व में विलीन, गावस्कर भी डरते थे उनकी फिरकी से

दिग्गज क्रिकेटर राजेंद्र गोयल का गत दिवस रोहतक में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज शीला बाईपास स्थित श्मशानघाट में किया गया।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 22 Jun 2020 11:05 AM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 11:08 AM (IST)
घरेलू क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले राजेंद्र गोयल पंचतत्व में विलीन, गावस्कर भी डरते थे उनकी फिरकी से
घरेलू क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले राजेंद्र गोयल पंचतत्व में विलीन, गावस्कर भी डरते थे उनकी फिरकी से

जेएनएन, रोहतक। घरेलू क्रिकेट में नाम कमाने वाले दिग्गज क्रिकेटर राजेंद्र गोयल का गत दिवस रोहतक में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज शीला बाईपास स्थित श्मशानघाट में किया गया। उन्हें कैंसर था और कोरोना वायरस महामारी के चलते घर में ही इलाज चल रहा था। क्रिकेट जगत में उनके निधन की सूचना से प्रशंसकों में मायूसी छा गई। रोहतक में सेक्टर-2 स्थित आवास पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली।

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कभी राजेंद्र गोयल फिरकी के सामने दिग्गज बल्लेबाज भी डरते थे। घरेलू क्रिकेट में राजेंद्र गोयल के नाम सबसे ज्यादा विकेट का रिकार्ड कायम है। आज तक कोई भी उनके बराबर रणजी ट्राफी के इतिहास में विकेट नहीं ले पाया है। राजेंद्र गोयल की प्रारंभिक शिक्षा वैश्य हाई स्कूल में हुई। यहीं पर लाला कृष्ण दयाल ने उनको क्रिकेट में करियर बनाने की सलाह दी।

राजेंद्र गोयल ने गुरु की दी गई सलाह से क्रिकेट को अपनाया। बाएं हाथ के स्पिनर राजेंद्र गोयल ने 157 प्रथम श्रेणी मैच खेले। जिसमें उन्होंने 750 विकेट हासिल किए। 640 विकेट उन्होंने 123 रणजी ट्रॉफी मैचों में लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 55 रन देकर आठ विकेट रहा। 24 साल तक वे घरेलू क्रिकेट खेले। 2017 में राजेंद्र गोयल को बीसीसीआइ ने सीके नायडू लाइफटाइल अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा था।

राजेंद्र गोयल। (फाइल फोटो)

बिशन सिंह बेदी को बताते थे महान खिलाड़ी

राजेंद्र गोयल ने एक इंटरव्यू में स्पिनर बिशन सिंह बेदी को खिलाड़ी बताते थे। उन्होंने बताया कि अगर बिशन सिंह बेदी उनके समकालीन नहीं खेलते तो भारतीय टीम में उनका स्थान होता। भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बनने का उनको मलाल भी रहा। वे बताते थे कि उनकी गेंदबाजी के आगे भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी डरते थे। वे बताते थे कि मुझे 1974-75 में क्लाइव लॉयड की अगुआई वाली वेस्टइंडीज के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में खेलने के लिए बुलाया गया था। वे शानदार फॉर्म में थे और बिशन सिंह बेदी को किसी वजह से टीम से बाहर कर दिया गया था। वह निश्चिंत थे कि टेस्ट में पर्दापण हो जाएगा, लेकिन शाम को जब टीम का ऐलान हुआ तो उसका नाम नहीं था।

इमरान खान के नेतृत्व में खेले थे अभ्यास मैच

राजेंद्र गोयल पाकिस्तान के खिलाफ अभ्यास मैच में खेले थे। भारत के दौर पर आई पाकिस्तान की टीम के कप्तान इमरान खान थे। तब उनके साथ मुलाकात हुई थी। जब इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चुने गए तो राजेंद्र गोयल ने भारत-पाक के बीच अच्छे संबंध होने की उम्मीद जताई थी।


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