आज से टैक्स जमा कराने के लिए दो अतिरिक्त काउंटर लगेंगे
नगर निगम ने उपभोक्ताओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंगलवार से दो अतिरिक्त काउंटर लगाने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : नगर निगम ने उपभोक्ताओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंगलवार से दो अतिरिक्त काउंटर लगाने का फैसला लिया है। अभी तक निगम कार्यालय में चार ही काउंटर संचालित थे। दूसरी ओर निगम की टैक्स ब्रांच ने केंद्र सरकार के अधीन नौ कार्यालयों के अधिकारियों को भी नोटिस थमाए हैं। एक नवंबर के बाद बड़े बकायादारों की इमारतें सील की जाएंगी।
नगर निगम के क्षेत्रीय कराधान अधिकारी जगदीश चंद्र ने बताया कि सौ फीसद टैक्स की माफी का लाभ 31 अक्टूबर तक मिलेगा। इसलिए राज्य के साथ ही केंद्रीय कार्यालयों के अधिकारियों को तत्काल बकाया जमा कराने के लिए कहा है। वहीं, टैक्स जमा कराने के दौरान काउंटरों पर भीड़ न बढ़े इसके लिए मंथन किया गया। यह भी बताया कि जरूरत पड़ने पर और भी काउंटर संचालित किए जाएंगे। यह भी प्रयास है कि इस बार भी शनिवार को सभी काउंटरों का संचालन हो। जिससे उपभोक्ताओं को सौ फीसद ब्याज माफी का पूरी तरह से फायदा हो सके।
50 हजार से अधिक के 600 बकायादार दबाए बैठे 38 करोड़
कराधान अधिकारी जगदीश चंद्र का कहना है कि शहरी क्षेत्र में करीब 1.83 लाख उपभोक्ता हैं। 50 हजार से अधिक रकम के करीब 600 उपभोक्ता करीब 38 करोड़ रुपये का बकाया दबाए बैठे हैं। इनमें सभी श्रेणियों के बकायादार हैं। इसी तरह राज्य सरकार के अधीन करीब 35 सरकारी संपत्तियां हैं। इन पर करीब 18.50 करोड़ रुपये बकाया है। इन्हें भी नोटिस दिए गए हैं। बकायादारों को बकाया जमा कराने के लिए मुनादी कराई गई है। अधिकारियों की इस बात से चिता है कि 2020-2021 के वित्तीय वर्ष के लिए 50 करोड़ रुपये का लक्ष्य तय था। मगर अभी तक 14 करोड़ 60 लाख के करीब ही रकम जमा हो सकी है।
एचएसवीपी, जनस्वास्थ्य विभाग और पुलिस बड़े बकायादारों में
हाल ही में नगर निगम ने बकाएदारों की सूची जारी की थी। निगम की सूची के मुताबिक, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) पर आठ करोड़ 85 लाख 57 हजार 560 रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। जनस्वास्थ्य विभाग पर पांच करोड़ 48 लाख 94 हजार 471 रुपये, पुलिस विभाग पर तीन करोड़ 35 लाख 90 हजार 451 रुपये का टैक्स बकाया है। वहीं, तिलियार चिड़ियाघर पर एक करोड़ 10 लाख 85 हजार 915 रुपये के अलावा दूसरे विभाग भी बकायादारों में शुमार हैं। वर्जन
बकायादारों को हर हाल में 31 अक्टूबर तक टैक्स जमा कराना होगा। निर्धारित अवधि के बाद संबंधित विभागों, प्रतिष्ठानों व दूसरे बकायादारों की इमारतें, कार्यालय सील करने से लेकर कोर्ट केस के माध्यम से भी बकाया जमा कराने की कार्रवाई करेंगे।
प्रदीप गोदारा, आयुक्त, नगर निगम यह हैं बकायेदार
कार्यालय का नाम बकाया एडीसी कार्यालय 7 लाख 55 हजार 251 कृषि विभाग 20 लाख 11 हजार 128 सिचाई विभाग 26 लाख 76 हजार 595 छोटूराम स्टेडियम 5 लाख 81 हजार 629 कमिश्नर रेजिडेंट 5 लाख 72 हजार 107 डीसी ऑफिस 11 लाख 53 हजार 736 जिला अदालत 1 लाख 23 हजार 326 बिजली निगम 5 लाख 14 हजार 287 हरियाणा टूरिज्म 3 लाख 93 हजार 168 एचवीपीएनएल 48 लाख 90 हजार 42 आइडीटीआर 40 लाख 35 हजार 937 लाइब्रेरी 21 हजार 150 पीजीआइएमएस 12 लाख 52 हजार 716 पुलिस विभाग 3 करोड़ 35 लाख 90 हजार 451 पब्लिक हेल्थ 5 करोड़ 48 लाख 94 हजार 471 एचएसवीपी 8 करोड़ 85 लाख 57 हजार 560 रेडक्रॉस भवन 48 हजार 646 रजिस्ट्रार एमडीयू 37 लाख 19 हजार 958 रेवेन्यू डिपार्टमेंट 2 लाख 41 हजार 091 सप्लाई मार्केट फेड. लि. 3 लाख 95 हजार 495 तिलियार चिड़ियाघर 1 करोड़ 10 लाख 85 हजार 915 यूएचबीवीएनएल 14 लाख 46 हजार 993 वीटा मिल्क प्लांट 1 लाख 61 हजार 136 पीडब्ल्यूडी 28 लाख 67 हजार 742 ट्रेजरी ऑफिस 38 हजार 735 जिला सैनिक बोर्ड 5 लाख 02526 बीएसएनएल 2 लाख 38 हजार 203 सेंट्रल वेयर हाउस 1 लाख 26000 ईएसआइसी अस्पताल 45 हजार 289 इनकम टैक्स 49 हजार 866 खादी आश्रम 8 हजार 174 पीएफ आफिस 1 लाख 52 हजार 999 पोस्ट ऑफिस 4 लाख 15 हजार 224 रेडियो ब्राडकास्टिग 72 हजार 638