अधिवक्ता की गाड़ी रोहतक में, चालान कट गया दिल्ली में
शहर के रहने वाले एक अधिवक्ता पिछले एक साल से दिल्ली नहीं गए और शनिवार को उनकी गाड़ी का दिल्ली में चालान काट दिया गया। हैरानी की बात यह है कि जिस समय चालान कटने का मैसेज आया उस वक्त अधिवक्ता की सफारी गाड़ी रोहतक कोर्ट के पास पार्किंग में खड़ी हुई थी। अधिवक्ता ने इसकी शिकायत गोकर्ण पुलिस चौकी पर जाकर की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर के रहने वाले एक अधिवक्ता पिछले एक साल से दिल्ली नहीं गए और शनिवार को उनकी गाड़ी का दिल्ली में चालान काट दिया गया। हैरानी की बात यह है कि जिस समय चालान कटने का मैसेज आया उस वक्त अधिवक्ता की सफारी गाड़ी रोहतक कोर्ट के पास पार्किंग में खड़ी हुई थी। अधिवक्ता ने इसकी शिकायत गोकर्ण पुलिस चौकी पर जाकर की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जींद बाईपास चौक के पास रहने वाले डा. राजपाल देशवाल पेशे से अधिवक्ता है। इसके अलावा उनका एजुकेशन इंस्टीट्यूट भी है। शनिवार दोपहर के समय अधिवक्ता रोहतक बार में महासचिव दीपक हुड्डा के पास बैठे हुए थे। इसी दौरान उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया। इसमें उनकी सफारी गाड़ी का नंबर और चालान नंबर दिया गया। जो दिल्ली पुलिस की तरफ से भेजा गया था और एक हजार रुपये का चालान कटना दर्शाया गया था। अधिवक्ता ने तुरंत नीचे पार्किंग में आकर अपनी गाड़ी देखी, जो पार्किंग में खड़ी थी। अधिवक्ता का कहना है कि जब गाड़ी रोहतक कोर्ट की पार्किंग में खड़ी है तो चालान दिल्ली में किस आधार पर काटा गया। जबकि वह तो करीब एक साल से दिल्ली गए ही नहीं। इसके बाद अधिवक्ता अपने एरिया में पड़ने वाली गोकर्ण पुलिस चौकी पर पहुंचे। वहां पर पुलिसकर्मियों को पूरे मामले की जानकारी दी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उनकी समस्या सुनने की बजाय यह कहकर टरका दिया गया कि और भी बहुत काम है। गलती से मैसेज आ गया होगा। पुलिस के इस रवैये से अधिवक्ता में रोष है। गाड़ी से कोई क्राइम हो गया तो कौन होगा जिम्मेदार
अधिवक्ता का कहना है कि या तो कोई उनकी गाड़ी के नंबर की फर्जी नंबर प्लेट लगाकर घूम रहा है या फिर भी कोई अन्य कारण हो सकता है। कारण भले ही कुछ भी हो। इस तरह यदि कोई क्राइम हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। इस मामले को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों से मिला जाएगा। यह हो सकता है कारण : ट्रैफिक इंस्पेक्टर
इस मामले को लेकर रोहतक ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर कुलबीर सिंह कहना है कि कई बार तकनीकी खामियों के कारण ऐसा हो जाता है। आम तौर पर इसकी दो वजह हो सकती है। पहली वजह यह है कि कोई व्यक्ति इस नंबर की फर्जी नंबर प्लेट लगाकर घूम रहा हो। दूसरी वजह यह है कि कई बार मशीन में फीड करने पर एक नंबर इधर-उधर हो जाता है और चालान कट जाता है। इसका समाधान यह है कि जहां पर यह चालान कटा है वहां की पुलिस से संपर्क कर उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया जाए, जिसके बाद यह चालान कैंसिल हो जाएगा।