वारदात के इरादे से जा रहे चार बदमाश गिरफ्तार, बैरिकेड में टक्कर मारकर सिपाही को किया घायल
- आरोपितों ने गाड़ी पर लगा रखी थी फर्जी नंबर प्लेट - एक पिस्तोल और छह कारतूस हुए बरामद भेजे गए जेल जागरण संवाददाता रोहतक जींद-रोहतक बाईपास के पास से लाखनमाजरा थाना पुलिस ने कार सवार चार आरोपितों को पकड़ लिया। आरोपितों ने बैरिकेड में टक्कर मारकर एक सिपाही को भी घायल कर दिया। आरोपितों के पास से पिस्तोल और कारतूस बरामद हुए हैं जो किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। बरामद हुई गाड़ी पर भी फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी।
जागरण संवाददाता, रोहतक : जींद-रोहतक बाईपास के पास से लाखनमाजरा थाना पुलिस ने कार सवार चार आरोपितों को पकड़ लिया। आरोपितों ने बैरिकेड्स में टक्कर मारकर एक सिपाही को भी घायल कर दिया। आरोपितों के पास से पिस्तौल और कारतूस बरामद हुए हैं, जो किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। बरामद हुई गाड़ी पर भी फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी।
थाना प्रभारी उप निरीक्षक कुलदीप सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात गश्त के दौरान निर्माणाधीन जींद-रोहतक बाईपास के पास वाहनों की नाकाबंदी कर चेकिग की गई। इसी दौरान गोहाना की तरफ से एक गाड़ी आती हुई दिखाई दी। पुलिसकर्मियों ने गाड़ी को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने बैरीकेड में टक्कर मार दी, जिसमें वहां पर तैनात सिपाही अशोक कुमार को चोट आ गई। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर कार को पकड़ लिया। कार में चार युवक सवार थे, जिनकी पहचान दुबेटा गांव निवासी आनंद उर्फ मन्नु, सोनीपत के प्रगति विहार निवासी जयबीर, भठगांव निवासी विकास उर्फ विक्की और सोमबीर के रूप में हुई। तलाशी लेने पर आरोपितों के पास से एक पिस्तौल और छह कारतूस बरामद हुए। जांच में सामने आया कि गाड़ी पर जो नंबर प्लेट लगाई गई थी वह फर्जी थी। आरोपित किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही पकड़ लिया। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
महम एरिया में करनी थी वारदात
पुलिस के अनुसार, सभी आरोपितों की उम्र 25 से 30 साल के बीच में है। आरोपित जयबीर सोनीपत में दूध की डेयरी चलाता है। बरामद हुई गाड़ी भी जयबीर के नाम पर है, जो उसने टैक्सी में लगा रखी है। आरोपित वारदात को अंजाम देने के इरादे से गोहाना से महम की तरफ जा रहे थे। वारदात के बाद आरोपित पकड़े न जाए, इस वजह से उन्होंने गाड़ी की नंबर प्लेट बदल रखी थी। आरोपित जयबीर पहले भी अवैध हथियार के मामले में जेल जा चुका है। जयबीर ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर यह प्लान बनाया था।