पांच दिन बाद दूसरे हवालाती बंदी की भी मौत, पांच घंटे चला हंगामा, एफआइआर के बाद उठाया शव
जागरण संवाददाता रोहतक नशीले पदार्थो की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए दूसरे हवाल
जागरण संवाददाता, रोहतक : नशीले पदार्थो की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए दूसरे हवालाती बंदी की भी पांच दिन बाद पीजीआइ में मौत हो गई। आरोप है कि सीआइए-3 ने अवैध रूप से हिरासत में रखकर पिटाई की, जिस कारण उसकी मौत हुई है। परिजनों ने करीब पांच घंटे तक पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा किया। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मामला दर्ज कर निष्पक्ष जांच की जाएगी। जिसके बाद ही वह पोस्टमार्टम हाउस से शव को लेकर अपने घर के लिए रवाना हो गए। तनाव को देखते हुए कई डीएसपी समेत भारी पुलिस बल तैनात रहा।
दरअसल, 18 अक्टूबर को सीआइए-3 की टीम ने जलेबी चौक के पास से ट्रक चालक राजस्थान के अलवर जिले के रसुरपुर गांव निवासी मुकेश और परिचालक राजस्थान के दौसा जिले के झिझन गांव निवासी बहादुर गिरफ्तार किया था। इसके अलावा हिसार जिले के सुलचानी निवासी 26 वर्षीय पीके पुत्र राजू, उसकी मां शकुंतला, पुजारी, जीतपाल, जीवणा, चतरपाल, रोशनी, रामकली और संतोष को भी गिरफ्तार किया था। जिनके पास से करीब 90 किलो गांजापत्ती बरामद की गई थी। सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में सुनारिया जेल भेज दिया गया है। 29 अक्टूबर को सुनारिया जेल में पुजारी की हालत बिगड़ गई, जिसे उपचार के लिए पीजीआइ में भर्ती कराया गया। तभी से उसका उपचार पीजीआइ में चल रहा था। शनिवार देर रात पुजारी की मौत हो गई। पता चलते ही उसके परिजन पीजीआइ में पहुंचे। परिजनों ने सुबह होते ही पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा शुरू कर दिया। डाक्टरों के बोर्ड ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम किया।
यह है परिजनों का आरोप
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पुजारी को अवैध हिरासत में रखकर पिटाई की है, जिस कारण उसकी मौत हो हुई है। परिजनों ने पोस्टमार्टम होने के बाद भी शव लेने से इंकार कर दिया। आरोप था कि पहले पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज किया जाए। सूचना मिलने पर डीएसपी नारायण चंद, डीएसपी नरेंद्र कादियान और पीजीआइ थाना पुलिस वहां पर पहुंची। इस बीच पुलिस और परिजनों के बीच काफी नोकझोंक हुई। तनाव की स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया। करीब पांच घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मामला दर्ज किया जाएगा। इसके बाद मृतक के भाई धर्मपाल ने लिखित में शिकायत की, जिसके बाद दोपहर करीब एक बजे वह शव लेकर वहां से हिसार के लिए चले गए। पांच दिन पहले भी हुई थी युवक की मौत
नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में पकड़े गए 26 वर्षीय पीके की भी 29 अक्टूबर को मौत हो गई थी। सुनारिया जेल में ही उसकी हालत बिगड़ी, जिसके बाद पुलिसकर्मी उसे लेकर पीजीआइ में पहुंचे थे, जहां पर उसकी मौत हो गई थी। पीके की मौत को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था। उस समय सीआइए-3 पर आरोप लगा था कि अवैध रूप से हिरासत में रखकर थर्ड डिग्री दी गई है। हालांकि बाद में पीजीआइ थाना पुलिस को मामला दर्ज करना पड़ा था। इसके अलावा पीके की मां शंकुतला को भी पीजीआइ में भर्ती कराया गया था। फिलहाल उसकी हालत स्थिर है। आखिर क्या है वजह
नशीले पदार्थो के साथ पकड़े गए 11 में से दो लोगों की मौत हो चुकी है, जिसका तरीका भी लगभग एक समान ही रहा। जबकि एक महिला की हालत भी बिगड़ी है। हैरानी की बात यह है कि आखिर एक केस से जुड़े लोगों की ही हालत क्यों बिगड़ रही है। इसके पीछे की सच्चाई क्या है पुलिस भी इस पर खुलकर नहीं बोल रही।
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पुजारी की देर रात पीजीआइ में मौत हो गई थी। जिसके बाद उसके परिजनों की तरफ से लिखित में शिकायत दी गई है। मामला दर्ज कर लिया गया है। निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
- गोरखपाल, डीएसपी रोहतक।