एफडीडीआइ के फैशन शो में विभिन्न रंगों को शामिल कर जीवन को खुशनुमा बनाने का दिया संदेश
- गायत्री मंत्र की ड्रेस से दिखाई मॉडर्न देवी, गांधी के सपनों को साकार करने को प्रमोट किया
- गायत्री मंत्र की ड्रेस से दिखाई मॉडर्न देवी, गांधी के सपनों को साकार करने को प्रमोट किया हथकरघा
- आइएमटी स्थित एफडीडीआइ में आयोजित हुआ तर्ज-ए-लिबास कार्यक्रम, कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल रहे मुख्यतिथि
जागरण संवाददाता, रोहतक : होलिका की मृत्यु के बाद ही होली मनाई जाती है। यानी कि बुरे कामों के खत्म होने के बाद ¨जदगी में विभिन्न रंग शामिल होते हैं। इससे जीवन खुशनुमा होता है। इसी संदेश को अपनी थीम बनाते हुए एफडीडीआइ के छात्रों ने शुक्रवार की देर रात संस्थान में आयोजित तर्ज-ए-लिबास फैशन शो में अपने डिजाइन किए हुए ड्रेस को प्रस्तुत किया।
इस पूरे फैशन शो में एफडीडीआइ के विद्यार्थियों ने दस थीम पर ड्रेस को डिजाइन किया था। इसमें सभी थीम में एक संदेश भी दिया गया था। एक ओर जहां छात्राओं ने गायत्री मंत्र की ड्रेस को दिखाया तो वहीं दूसरी ओर गांधी के सपनों को साकार करने के लिए हथकरघा को भी प्रमोट किया। इसके साथ ही विद्यार्थियों ने ब्रे¨कग द कोड थीम में आफिस के लिए एक दिन की ड्रेस डिजाइन की। मेरी मर्जी थीम में छात्राओं ने विभिन्न प्रयोग करते हुए आधुनिक सोच को दर्शाया। इससे पहले एफडीडीआइ यानी कि फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट में जूते एवं फैशन उद्योग पर सेमिनार का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यातिथि कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने दीप प्रज्वलित कर की। फैशन रुझान बदलने के कारण जूता उद्योग में बदलते प्रतिमान पर संगोष्ठी आयोजित की गई। इस आयोजन में व्यापार समुदाय से जूते और फैशन उद्योग के उद्योगपतियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान जूता उद्योग द्वारा सामना की जाने वाली विभिन्न चुनौतियों के अलावा वैश्विक व्यापार पूर्वानुमान, नवीनतम विकास, प्रौद्योगिकी नवाचार, उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव के बारे में अपने विचार साझा किए गए।
इसके साथ ही, उन्होंने उद्योग में आने वाली चुनौतियों से निपटने के गुर भी सीखे। वाणिज्य और उद्योगमंत्री सुरेश प्रभु ने अपनी रूस यात्रा के चलते वीडियो संदेश से इस कार्यक्रम के आयोजन पर व्यक्तियों का धन्यवाद किया और छात्रों और आयोजकों को उनकी भूमिका के लिए बधाई दी। इसमें नए विचारों, आकारों, रंगों, बनावटों और छाया आकृति का पूर्ण आकल्पन किया गया। 99 विद्यार्थियों ने मिलकर तैयार की दस थीम, आठ प्रोफेशनल्स मॉडल के साथ दी प्रस्तुति
एफडीडीआइ के करीब 99 विद्यार्थियों ने दस थीम को मिलकर तैयार किया और शुक्रवार की शाम को आठ प्रोफेशनल्स मॉडल के साथ प्रस्तुति दी। इसमें पूजा, सुगंधा, टीनी, श्वेता ने ब्रे¨कग द कोड, प्रियंका, संगीता, समृद्धि, प्रिया और रूबी ने रोगन द प्ले आफ कलर थीम पर अपनी प्रस्तुति दी। इसके साथ ही, रिया, दीपिका, नेहा, चार्वी, सताक्षी ने नीली वस्त्र थीम पर डिजाइन ड्रेस की प्रस्तुति दी। तकनीकी और प्रबंधन कौशल के बारे में दी जानकारी
एफडीडीआइ के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार सिन्हा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और एफडीडीआइ की उपलब्धियों के बारे में दर्शकों को संबोधित किया। उन्होंने फुटवियर और फैशन उद्योग को विश्व स्तर के तकनीकी और प्रबंधन कौशल प्रदान करने में संस्थान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। इसके बाद फैशन इवेंट तर्ज ए लिबास का अनुसरण किया गया। जूता उद्योगपतियों ने भी लिया हिस्सा
इस आयोजन में जूते, रिटेल और चमड़े उद्योग के निदेशक और एमडी शामिल हुए। इसमें एचके अग्रवाल, असिफ मर्चेंट, राजेश शर्मा, आरके गुप्ता, शम्मी बंसल, सुभाष चंदर गुप्ता, सुभाष जग्गा और विपिन मेहता मौजूद रहे। कार्यक्रम कार्यकारी निदेशक विकास ¨सह आइआरएस द्वारा कार्यक्रम आयोजकों को धन्यवाद दिया गया।