खेती के साथ मधुमक्खी पालन कर किसान उठा सकते दोहरा मुनाफा
किसान मधुमक्खी पालन व्यवसाय कर दोहरा मुनाफा ले सकते हैं। शहद उत्पादन से आमदनी होगी बल्कि मधुमक्खियों की संख्या बढ़ने से भी मुनाफा कमाया जा सकेगा।
जागरण संवाददाता, रोहतक : खेती के साथ ही किसान मधुमक्खी पालन व्यवसाय कर दोहरा मुनाफा ले सकते हैं। इससे न केवल शहद उत्पादन से आमदनी होगी बल्कि मधुमक्खियों की संख्या बढ़ने से भी मुनाफा कमाया जा सकेगा। पहरावर गांव निवासी किसान मनोज कौशिक पिछले 12 साल से मधुमक्खीपालन व्यवसाय से जुड़े हैं और प्रति वर्ष लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं। वे अन्य किसानों को भी मधुमक्खी पालन के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कौशिक ने मधुमक्खी पालन मार्च 2008 में शुरू किया था। उस समय उनके पास मधुमक्खियों के सिर्फ 70 बॉक्स (कालोनी) थे। सब कुछ ठीक रहा और मधुमक्खी के इन्हीं बॉक्स से शुरू में ही शहद का अच्छा उत्पादन होने लगा। इससे उनका मनोबल और बढ़ गया। जिसके चलते उन्होंने अपने काम को विस्तार देना शुरू कर दिया। 2010 में खादी ग्राम उद्योग की सहायता से पांच लाख की स्वयं सहायता लेकर उन्होंने काम को नया रूप दिया। उत्पादन क्षमता में और वृद्धि की। साथ ही साल दर साल मधुमक्खियों के अन्य बॉक्स भी तैयार करते रहे। कृषि विशेषज्ञों के सही मार्गदर्शन और अपनी मेहनत के बल पर अब उनके पास 1200 बॉक्स हो गए हैं। उन्हें सालाना पांच लाख से अधिक रुपये की आमदनी भी हो रही है। वहीं, अपने घर के अन्य कार्य भी बखूबी करने का समय मिल रहा है।
केवीके में लिया था प्रशिक्षण
मनोज के मुताबिक इस कार्य को शुरू करने से पहले उनको कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) रोहतक में डा. राजेश से प्रेरणा मिली थी। जिसके बाद उन्होंने केवीके से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। उनका कहना है कि भविष्य में शहद को रिफाइंड करने का काम शुरू करने की योजना है। अगर सरकार की ओर से सहायता मिली तो इस क्षेत्र में और बेहतर कार्य हो सकता है।
वर्जन.
मधुमक्खी पालन कर किसान अपना मुनाफा बढ़ाएं। विभाग की ओर से किसानों को इसके लिए प्रेरित भी किया जाता है। किसान फसलों के साथ साथ मधुमक्खी पालन करके दोहरा मुनाफा कमा सकते हैं।
- डा. रोहताश सिंह, कृषि उप निदेशक।