कृषि अध्यादेशों के विरोध में किसान व आढ़तियों ने किया प्रदर्शन
कृषि अध्यादेशों के विरोध में मंगलवार को किसान व आढ़तियों ने शहर में प्रदर्शन प्रदर्शनकारियों को छात्र संगठन एसएफआइ ने भी अपना समर्थन दिया।किया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : कृषि अध्यादेशों के विरोध में मंगलवार को किसान व आढ़तियों ने शहर में प्रदर्शन प्रदर्शनकारियों को छात्र संगठन एसएफआइ ने भी अपना समर्थन दिया।किया। छोटूराम चौक से प्रदर्शन शुरू हुआ और उपायुक्त कार्यालय तक पहुंच कर नारेबाजी की गई। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 19 सितंबर तक अध्यादेशों को रद नहीं किया गया तो 20 सितंबर को बड़ा आंदोलन किया जाएगा। वहीं, भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने कहा कि अध्यादेशों को लेकर गांव गांव जाकर किसानों को जागरुक किया जाएगा। नांदल ने कहा कि ये सरकार लाठियां चला किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। प्रदर्शन के माध्यम से संगठनों ने पिपली रैली के दिन किसानों व आढ़तियों पर बनाए मुकदमे वापस लेने की मांग भर की है। अनाज मंडी एसोसिएशन के स्टेट प्रधान हर्ष गिरधर ने कहा कि अगर सरकार किसानों की इन मांगों को हल नहीं करती है तो आढ़ती भी मैदान में उतर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान प्रीत सिंह ने कहा कि किसान अपनी खेती बाड़ी को बचाने के लिए अध्यादेशों का विरोध कर रहे है। वहीं, जिला सचिव सुमित ने कहा कि आज प्रदेश भर में किसान सड़कों पर है। प्रदर्शन में किसान सभा, किसान यूनियन(अ) व आढ़ती एसोसिएशन के अनेक पदाधिकारियों व सदस्यों ने भाग लिया। प्रदर्शन के दौरान मंडी प्रधान डिपल, रामफल, शीशपाल, जयबीर, सतीश, वीरेंद्र, श्रीभगवान, संदीप व आजाद फौजी आदि मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों को छात्र संगठन एसएफआइ ने भी अपना समर्थन दिया।