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पीजीआइ में चिकित्सकों पर रौब झाड़ता फर्जी एएसपी पकड़ा

जागरण संवाददाता रोहतक पीजीआइ के ट्रॉमा सेंटर में एक युवक ने खुद को एएसपी बताते हुए स्

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 May 2019 12:30 AM (IST)Updated: Fri, 31 May 2019 12:30 AM (IST)
पीजीआइ में चिकित्सकों पर रौब झाड़ता फर्जी एएसपी पकड़ा
पीजीआइ में चिकित्सकों पर रौब झाड़ता फर्जी एएसपी पकड़ा

जागरण संवाददाता, रोहतक : पीजीआइ के ट्रॉमा सेंटर में एक युवक ने खुद को एएसपी बताते हुए स्टाफ को जमकर फटकार लगाई। फर्जी एएसपी के साथ एक पुलिसकर्मी होने के चलते कोई भी व्यक्ति उस पर शक नहीं कर सका। हालांकि बाद में जब लोगों को आरोपित के शराब के नशे में होने की जानकारी हुई तो उन्होंने उच्चाधिकारियों को इसकी शिकायत की। जिसके बाद अधिकारियों को पता चला कि आरोपित शराब के नशे में धुत है। मामले में पीजीआइ प्रबंधन ने थाने में शिकायत देकर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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बताया जा रहा है कि बृहस्पतिवार की रात पीजीआइ के ट्रॉमा सेंटर में एक युवक एक पुलिसकर्मी को साथ लेकर पहुंचा। युवक ने खुद को एएसपी बताते हुए ट्रॉमा सेंटर स्टाफ से पूछताछ शुरू कर दी। इसके बाद किसी बात को लेकर स्टाफ जवाब नहीं दे सका तो आरोपित युवक स्टाफ को धौंस दिखाते हुए फटकार लगाने लगा। इसके बाद आरोपित ने सीटी स्कैन कर्मचारियों को फटकार लगाई। बाद में अधिकारियों के पहुंचने पर पूरे मामले से एसपी को अवगत कराया। जिसके बाद पता चला कि उक्त नाम से कोई भी अधिकारी जिला पुलिस में तैनात नहीं हैं। इसके बाद अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित की पहचान कराई तो उसका नाम रूपांकन शर्मा बताया जा रहा है। सूत्रों का दावा है कि आरोपित के साथ आया पुलिसकर्मी भी फर्जी था। हालांकि इसको लेकर पहले यह भी दावा किया गया था कि पुलिसकर्मी दिल्ली पुलिस में तैनात है, लेकिन इसकी भी पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस को नहीं दी गई शिकायत

फर्जी एएसपी बनकर ट्रॉमा सेंटर स्टाफ को धमकाने के आरोपित के खिलाफ पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई है। जिसके चलते पीजीआइ प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि एक फर्जी अधिकारी आता है और स्टाफ को धमकाकर चला जाता है, इसके बाद भी आरोपित के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी गई है। एक फर्जी एएसपी द्वारा स्टाफ को धमकाने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि आरोपित ने शराब भी पी रखी थी। पुलिसकर्मी के भी फर्जी होने की जानकारी मिली है। इसके बारे में अभी अधिक कुछ नहीं कहा जा सकता है।

डा. वरुण अरोड़ा, पीआरओ हेल्थ यूनिवर्सिटी प्रकरण में पीजीआइ प्रबंधन की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच कराते हुए कार्रवाई की जाएगी।

कैलाश चंद्र, एसएचओ पीजीआइ थाना

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