रक्षाबंधन पर्व पर भी कोरोना का असर, मिठाइयों की खपत हुई कम
रक्षाबंधन पर्व पर हर साल जहां मिठाइयों की खपत होती थी वहीं इस बार यह खपत आधी रह गई है। कोरोना वायरस के चलते इस बार यात्रियों की भी कम रही है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : कोविड-19 कोरोना वायरस का असर रक्षाबंधन पर्व पर भी देखने को मिला है। रक्षाबंधन पर्व पर हर साल जहां मिठाइयों की खपत होती थी वहीं इस बार यह खपत आधी रह गई है। इसका कारण इस बार रक्षाबंधन पर्व पर यात्रियों का घरों से कम निकलना माना जा रहा है। कोरोना वायरस के चलते इस बार यात्रियों की भी कम रही है। जिसका असर मिठाई कारोबार पर भी देखा गया है। मिठाई कारोबार से जुड़े अमित व परीवर्त ने बताया कि इस बार रक्षाबंधन पर्व पर मिठाई की खपत आधी रही है। अनेक राखियां डाक से ही भेज दी थी। तो वहीं अनेक महिलाओं ने वीडियो काम कर राखी का पर्व मनाया है।
वहीं, अनेक घरों में खुद बनाई गई मिठाई खिलाकर भी रक्षाबंधन पर्व मनाया गया है। रक्षाबंधन पर्व जिला भर में हर्षोल्लास से मनाया गया। लेकिन इस बार बाजारों में इस त्योहार के अवसर पर भी भीड़ कम देखी गई। जबकि अन्य सालों के दौरान इस पर्व पर बाजारों में भारी भीड़ देखी जाती थी। हालांकि राखी की दुकानों पर खरीदारी का सिलसिला दिनभर चलता रहा। रक्षाबंधन को लेकर बस स्टैंड पर भी भीड़ कम रही। वहीं पिछले सालों के दौरान जहां रक्षाबंधन पर्व पर सरकारी बसों में फ्री यात्रा की सुविधा महिलाओं को दी जाती थी वहीं कोरोना के चलते इस बार यह सुविधा नहीं दी जा सकी। ऐसे में ज्यादातर लोग अपने निजी वाहनों के माध्यम से भी पहुंचे। इस बार रक्षाबंधन पर्व पर शुभ मुहूर्त 11 घंटे 44 मिनट का रहा और दिनभर भाईयों को राखी बांधने का सिलसिला चलता रहा।
बाजारों में तैनात रही पुलिस
उधर, पर्व हो लेकर बाजारों में पुलिस भी तैनात रही। विभिन्न चौक चौराहों पर वाहनों की जांच भी की गई। बाजारों में सादे कपड़ों में भी पुलिस कर्मी लगाए गए थे। वहीं, रोडवेज डिपो व रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर भी पुलिस बल तैनात रहा।