नशे के कारण दांपत्य जीवन में आ रही दरार, टूट रहे रिश्ते
रोहतक शादी के समय सात जन्मों तक साथ निभाने की दांपत्य डोर पर शराब के पैग
विनीत तोमर, रोहतक
शादी के समय सात जन्मों तक साथ निभाने की दांपत्य डोर पर शराब के पैग भारी पड़ रहे हैं। जो न केवल मनमुटाव पैदा कर रहे हैं, बल्कि दांपत्य जीवन की डोर टूटने का कारण भी बन रहे हैं। पिछले कुछ माह में महिला थाने और सीएलजी (कम्युनिटी लाइजिग ग्रुप) के पास ऐसे कई केस आए, जिसमें नशे के कारण पति-पत्नी के अलग होने तक की नौबत आ गई। कुछ केसों में काउंसिलिग कर परिवार को बिखरने से बचा लिया गया, लेकिन कई केस ऐसे भी रहे जिसमें दंपती को एक धागे में पिरोने के पुलिस के प्रयास भी कामयाब नहीं हुए। यानी कि पति के नशे की लत के कारण पत्नी ने अलग होना ही बेहतर समझा। केस : 1
पति से तलाक के लिए कोर्ट पहुंची पत्नी
मूलरूप से झज्जर की रहने वाली सुनीता की शादी शहर के इंद्रा कालोनी में हुई थी। शादी के बाद पता चला कि पति नशे का आदी है। करीब तीन साल तक सुनीता ने उसे काफी समझाया, लेकिन रोजाना की मारपीट और नशे की लत के कारण आखिरकार इसी साल फरवरी में यह मामला महिला थाने में पहुंच गया। सुनीता ने पति से अलग होने की गुहार लगा दी। मायके और ससुरालियों ने पति-पत्नी को समझाकर एक करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए और आखिरकार सुनीता ने अपने पति से तलाक के लिए कोर्ट में केस दायर कर दिया। केस : 2
नशे में धुत पति करता था मारपीट
प्रेम नगर की रहने वाली पूजा ने एसपी को शिकायत दी कि उसका पति प्राइवेट नौकरी करता है, जो नशे का आदी है। वह कभी ड्यूटी पर जाता है तो कभी मना कर देता है। परिवार के पास दो वक्त की रोटी जुटाना भी भारी पड़ रहा है। जब भी वह पति को नौकरी के लिए कहती तो वह आए दिन मारपीट करता। यहां तक नशे में धुत होकर उसे घर से भी निकाल दिया था। यह मामला सीएलजी के पास पहुंचा। इसके बाद उसके पति की काउंसिलिग की गई। हालांकि काउंसिलिग के बाद पति ने शराब छोड़ने का वादा किया था, लेकिन छोड़ नहीं सका। आखिर में नौबत तलाक तक आ गई। हालांकि यह मामला भी बाद में कोर्ट में चला गया। केस : 3
बच्चों का भविष्य हो रहा बर्बाद, चाहिए तलाक
दो माह पहले महिला थाने में भी इसी तरह का मामला आया। आर्य नगर की रहने वाली एक महिला ने शिकायत दी कि उसका पति नशीले पदार्थों का सेवन करता है। जिसने नौकरी भी छोड़ दी है। ससुरालियों और मायके पक्ष के लोगों ने भी उसे काफी समझाया, लेकिन वह नशे की लत नहीं छोड़ रहा। वह नशा मुक्ति केंद्र से भी भागकर आ गया। पीड़िता ने थाने में पहुंचते ही पुलिस से गुहार लगाई थी कि उसे पति से तलाक चाहिए। पति से तलाक लेकर ही वह अपने दो बच्चों का पालन-पोषण कर सकती है। पुलिस ने उसे समझाया, लेकिन दोनों में सुलह नहीं हो सकी और वह पति से अलग होकर रहने लगी।
नशे से संबंधित कई मामले सामने आते हैं। सभी की काउंसिलिग कर उनमें सुलह कराने की कोशिश की जाती है, लेकिन कई बार मामला अलग होने तक भी पहुंच जाता है। नशे की लत कई परिवारों को बर्बादी के कगार पर पहुंचा चुकी है। लोगों को ही जागरूक होना होगा कि जिदगी में आगे बढ़ने के लिए नशा छोड़ना होगा।
- सुभाष गुप्ता, इंचार्ज कम्युनिटी लाइजिग ग्रुप