चिकित्सकों की विदेश यात्रा पर फिर लगेगा अड़ंगा
रोहतक पीजीआइएमएस चिकित्सकों की विदेश यात्रा पर एक बार फिर से अड़ंग
जागरण संवाददाता, रोहतक : पीजीआइएमएस चिकित्सकों की विदेश यात्रा पर एक बार फिर से अड़ंगा लगता दिख रहा है। दावा किया जा रहा है कि वीसी दफ्तर में जांच के दौरान फाइलें अधूरी पाई गई हैं, जिसके चलते अब वीसी द्वारा फाइलों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे अब एक बार फिर से इन फाइलों को सरकार के पास नहीं भेजा जा सकेगा। बताया जा रहा है कि अब पीजीआइएमएस के निदेशक को फाइलों को पूरा कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
सरकार ने पीजीआइ के चिकित्सकों से वर्ष 2012 से 2018 के दौरान की गई विदेश यात्राओं का ब्योरा मांगा था। एसीएस के निर्देश पर पीजीआइ निदेशक ने चिकित्सकों को पत्र जारी करते हुए ब्योरा देने के निर्देश दिए थे। स्थिति यह हुई कि निदेशक को ब्योरा लेने के लिए पांच बार नोटिस जारी करने पड़े, इसके बाद भी सभी चिकित्सकों ने अपना पूरा ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया। जिसके चलते फाइलों को जांच के लिए वीसी दफ्तर भेज दिया गया था। अब दावा किया जा रहा है कि वीसी दफ्तर में फाइलों की जांच के दौरान बड़े पैमाने पर फाइलें अधूरी पाई गईं। जिसके चलते अब इन फाइलों को चंडीगढ़ भेजा जाना संभव नहीं है। ऐसे में वीसी द्वारा इन फाइलों को लौटाने की तैयारी की जा रही है। जबकि फाइलों को पूरा कराने के लिए निदेशक को मौखिक आदेश जारी कर दिए हैं। अभी तक नहीं बनाई जांच कमेटी
लगातार नोटिस जारी करने के बाद भी चिकित्सक ब्योरा नहीं दे रहे, इसके बाद भी अधिकारी बार-बार नोटिस जारी करते हुए अपना पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि ब्योरा न देने वाले या अधूरा ब्योरा देने वाले चिकित्सकों के खिलाफ एक कमेटी बनाते हुए जांच कराई जानी चाहिए थी। वीसी दफ्तर से अभी फाइलें नहीं मिली हैं। यदि फाइलें अधूरी हैं तो इन्हें पूरा करने के लिए संबंधित चिकित्सकों को निर्देश दिए जाएंगे। डा. रोहताश यादव, निदेशक पीजीआइएमएस
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