ऑपरेशन बीच में छोड़ डॉक्टर मरीज से बोले- पहले और पैसे लेकर आओ
घुटने के आपरेशन के लिए डॉक्टर मरीज को थियेटर में ले गए। आपरेशन शुरू हो गया, लेकिन इसी बीच डॉक्टरों ने पैसे कम जमा कराने की बात कहकर आपरेशन रोक दिया।
जेएनएन, रोहतक। पीजीआइ में इलाज करवाने आए मरीजों का दर्द डॉक्टर ही बढ़ा रहे हैं। अधिक पैसे मांगने और ऑपरेशन बीच में छोड़ने जैसे डॉक्टरों पर लगे हैं। पीजीआइ में एक मरीज जमीन को गिरवी रख कर अपने घुटने का आपरेशन करवा रहा था। पहले करीब 60 हजार रुपयों में घुटने को प्रत्यर्पित करने की बात तय हुई।
उसने पैसे जमा करवाए तो डॉक्टर उसे अॉपरेशन थियेटर में ले गए। इसी बीच, अचानक डॉक्टरों ने कहा उसने 15 हजार रुपये कम जमा करवाए हैं, पहले वह 15 हजार रुपये जमा करवाएं तभी आपरेशन होगा। यह कहकर डॉक्टरों ने आपरेशन बीच में ही छोड़ दिया। जब पीड़ित किसी तरह से पैसों का जुगाड़ कर के लाया तो उसका आपरेशन किया गया।
डॉक्टरों द्वारा पैसों के लिए ऑपरेशन के दौरान बीच में ही छोड़ दिए जाने से मरीजों ने बुधवार को कुलपति डा. ओपी कॉलरा को शिकायत दी है। कुलपति ने जांच कराने के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। डबल फाटक के रहने वाले पीड़ित ने बताया कि वह देव कॉलोनी में एक अखाड़े के बाहर जूस की रेहड़ी लगाता है और किसी प्रकार से अपना और परिवार का पालन पोषण करता है। एक दिन अचानक घुटने में बहुत दर्द होने पर वह जांच कराने के लिए पीजीआइ में पहुंचा।
डॉक्टरों ने बताया कि घुटने का प्रत्यर्पण करना पड़ेगा। साथ ही, इसके लिए करीब कुल खर्च 60 हजार रुपये बताया। पीड़ित ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसने उत्तर प्रदेश में अपनी जमीन को गिरवी रखा। फिर, किसी तरह से 60 हजार रुपयों का जुगाड़ कर ऑपरेशन के लिए पैसे जुटाए। पीड़ित ने बताया कि शनिवार को उसके घुटनों का ऑपरेशन शुरू हुआ। डॉक्टरों ने पैसे जमा करा लिए।
मरीज ने कहा कि शनिवार को जब उसका आपरेशन चल रहा था तो बीच में ही डॉक्टरों ने उससे कहा कि उसने पूरे पैसे जमा नहीं किए हैं। अब उसे करीब 15 हजार रुपये अतिरिक्त देने पड़ेंगे, तभी उसका आपरेशन किया जाएगा। उस मरीज का है कि उसे यूं ही बीच में छोड़ दिया गया। इसके बाद, उसने आस-पास के लोगों से किसी तरह से पैसों का जुगाड़ किया और डॉक्टरों को दिए। फिर, किसी तरह से उसका आपरेशन किया गया।
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