डेंगू के डंक से राहत नहीं, पीजीआइ में रोजाना पहुंच रहे बुखार के मरीज
जागरण संवाददाता, रोहतक : रोहतक में जानलेवा हो चुके डेंगू के डंक से भी राहत नहीं ि
जागरण संवाददाता, रोहतक :
रोहतक में जानलेवा हो चुके डेंगू के डंक से भी राहत नहीं मिली है। स्वास्थ्य विभाग के लाख दावों के बावजूद भी अस्पतालों में रोजाना बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। अकेले पीजीआइएमएस में ही बुखार से पीड़ित 100 से अधिक मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ें बताते हैं कि रोहतक में अब तक 281 मरीजों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें से सोमवार को जिला में डेंगू के सात नए मरीज भी सामने आए हैं। मरीजों के परिजनों की मानों तो सरकारी अस्पतालों में ढुलमुल व्यवस्था के चलते अनेक मरीज निजी अस्पतालों का रुख भी कर रहे हैं। जिसका फायदा निजी अस्पताल जमकर उठा रहे हैं और मरीजों की जेब ढीली कर रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए एंटी लारवा मुहिम चलाई जा रही है लेकिन यह मुहिम केवल शहर तक ही चल रही है। गांवों की ओर अधिकारियों का ध्यान नहीं है, जबकि गांवों से भी बुखार के अनेक मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
सोमवार को इन कॉलोनियों में पहुंची टीम
स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार को एंटी लारवा मुहिम के तहत शहर की सैनिक कॉलोनी, आजाद नगर, धोबी मोहल्ला, सेक्टर-2, झज्जर चुंगी, एकता कॉलोनी, गोहाना अड्डा व बसंत विहार कॉलोनियों में पहुंचकर जांच की। टीम ने यहां पर 1336 घरों को जांचा। जिनमें 59 कूलर, 509 पानी की टंकी, 86 होदी व 1099 कंटेनर जांचे। इस दौरान 12 घरों में मच्छर का लारवा पाया गया। टीम का दावा है कि सभी को नोटिस दिए गए हैं। मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए एंटी लारवा मुहिम चलाई जा रही है। जिन घरो में लारवा मिलता है तो उसे खत्म किया जा रहा है। वहीं नोटिस भी दिए जा रहे हैं। जहां पर डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं, वहां फो¨गग का कार्य लगाता कराया जा रहा है।
- डा. अनुपमा मित्तल, उप जिला सिविल सर्जन, रोहतक ।