शहर की सजावट में भी हो रहा भेदभाव, नगर निगम पर लगाए आरोप
शहर के बाजारों, चौराहों व कॉलोनियों को सजाने में भेदभाव के आरोप लगने लगे हैं। कलानौर क्षेत्र में शुमार पुराने शहर में सजावट न होने के आरोप हैं। जबकि रोहतक क्षेत्र में शुमार नए शहर में सजावट की गई है। मामला नगर निगम कार्यालय तक पहुंच गया है। इस प्रकरण में व्यापारियों के साथ ही स्थानीय लोगों ने पूरे प्रकरण में शिकायत करते हुए कहा कि पुराने शहर के बाजारों में सजावट नहीं कराई गई है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर के बाजार, चौराहों व कॉलोनियों को सजाने में भेदभाव के आरोप लगने लगे हैं। कलानौर क्षेत्र में शुमार पुराने शहर में सजावट न होने के आरोप हैं। जबकि रोहतक क्षेत्र में शुमार नए शहर में सजावट की गई है। मामला नगर निगम कार्यालय तक पहुंच गया है। इस प्रकरण में व्यापारियों के साथ ही स्थानीय लोगों ने पूरे प्रकरण में शिकायत करते हुए कहा कि पुराने शहर के बाजारों में सजावट नहीं कराई गई है।
बता दें कि नगर निगम प्रशासन की ओर से नेकीराम कॉलेज से लेकर हिसार रोड तक सजावटी लाइटें लगाई गई हैं। रास्तों में आने वाले चौराहों के साथ ही प्रमुख स्थानों को भी सजाया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि पुराने शहर में सजावट नहीं कराई गई है। साथ ही सिर्फ प्रताप चौक तक सजावट वाली झालरें, बल्ब आदि लगाए गए हैं। वार्ड-14 की पूर्व पार्षद नीरा भटनागर ने दावा किया है कि प्रताप चौक तक बल्ब व सजावट कराई गई है। मगर चमेली बाजार, बड़ा बाजार, केवल गंज, बाबरा मोहल्ला, पुरानी सब्जी मंडी, ओल्ड सरकुलर रोड आदि शामिल हैं। इनके अलावा विवेकानंद चौक, माता दरवाजा चौक, महर्षि वाल्मीकि चौक, हिसार बाइपास चौक, भिवानी चौक, जींद चौक, सुखपुरा चौक आदि में भी सजावट नहीं हो सकी है। इसलिए मांग की गई है कि पुराने शहर में भी सजावट की जाए। पुराने सरोवरों पर भी नहीं कराई लाइ¨टग
शहर के सबसे पुराने सरोवरों में शुमार माता मंदिर सरोवर और गोकर्ण सरोवर में सजावट नहीं कराई गई है। हालात यह है कि इन पुराने सरोवरों में लाइ¨टग अब खुद ही करानी पड़ रही है। यदि इन सरोवरों की बात करें तो दोनों ही स्थानों पर भारी भीड़ उमड़ती है। अफसरों तक पहुंचा मामला
सजावट में भेदभाव का आरोप लगाते हुए पूर्व पार्षद नीरा ने नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत की। शिकायत में कहा गया है कि शहर को सजाने में भारी भेदभाव हो रहा है। इसकी वजह पुराना शहर कलानौर हलके में आता है, जबकि नया शहर रोहतक में शामिल है। उधर अधिकारियों का कहना है कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर शहर को सजाया गया है। यदि कहीं अभी सजावट रह गई है तो इसके लिए उच्चाधिकारी ही आदेश दे सकेंगे। वर्जन:::::::::::
इस संबंध में हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। अगर कोई को शिकायत या मांग आएगी तो वहां भी लाइ¨टग करवा दी जाएगी।
आरएस वर्मा, आयुक्त, नगर निगम वर्जन:::::::::::
नगर निगम के अधिकारियों की ओर से निगम क्षेत्र में सभी स्थानों पर लाइटें लगाई जानी चाहिए। किसी भी क्षेत्र के साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
रेणू डाबला, पूर्व मेयर वर्जन:::::::::::
पुराने शहर में नगर निगम की ओर से लाइटों की सजावट नहीं की गई है। जिससे क्षेत्र के लोगों में रोष बना हुआ है। लोगों ने क्षेत्र के साथ पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाए जाने का आरोप भी निगम अधिकारियों पर लगाया है। नीरा का कहना है कि एक ही शहर में दोहरा व्यवहार सही नहीं है।
नीरा भटनागर, पूर्व पार्षद, वार्ड-14