खुद की रसोई पर निर्भर है चार राज्यों की टीम
जागरण संवाददाता, रोहतक : राजीव गांधी खेल स्टेडियम में चल रही नेशनल स्कूली एथलेटिक्स चैंपिय
जागरण संवाददाता, रोहतक :
राजीव गांधी खेल स्टेडियम में चल रही नेशनल स्कूली एथलेटिक्स चैंपियनशिप में वैसे तो शिक्षा विभाग ने खिलाड़ियों और अधिकारियों की संख्या के हिसाब से रसोई का इंतजाम कर रखा हैं, लेकिन चार राज्यों की टीम खुद की रसोई पर निर्भर है। अपनी पसंद के हिसाब से खिलाड़ी भोजन ले रहे हैं। अधिकारियों ने खिलाड़ियों के स्वास्थ्य के हिसाब से भी डाइट का प्रबंध कर रखा है।
राजीव गांधी खेल स्टेडियम में 18 से 22 दिसंबर तक नेशनल स्कूली एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 26 राज्यों से 34 टीमों के 1358 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। कुछ राज्य खुद की रसोई पर भरोसा कर रहे हैं और वह साथ में अपने रसोइयों को लेकर आए हैं। उनका कहना है कि विभाग की ओर से किए गए इंतजाम में अपने अनुसार मेन्यू के रूप में खाना परोसा जा रहा है। दिल्ली, पंजाब, केरल और राजस्थान की टीम अपने साथ रसोई को लेकर आए हैं। जिसमें खिलाड़ियों की मांग के अनुसार खाना दिया जा रहा है। दिल्ली टीम के कोच कुलवीर और करतार ¨सह ने बताया कि रोजाना अलग-अलग मेन्यू के अनुसार खिलाड़ियों को खाना दिया जा रहा है। स्पर्धा के मुताबिक खिलाड़ियों की अलग-अलग डाइट तय कर रखी है, ताकि स्पर्धाओं में वह अच्छा परिणाम दे सके। वहीं केरल की टीम के मैनेजर जोस जोन ने बताया कि उन्हें वेज के साथ नॉनवेज खाना पड़ता है, लेकिन हरियाणा की संस्कृति में नॉनवेज शामिल नहीं है। इसलिए वह अपनी खुद की रसोई लेकर आए हैं और खिलाड़ियों को मांग के अनुसार खाना दिया जा रहा है। वहीं पंजाब और राजस्थान की टीम के खिलाड़ी भी अपनी पसंद के अनुसार खाना ले रहे हैं। इन टीमों के खिलाड़ी शिक्षा विभाग की रसोई पर निर्भर नहीं है और रोजाना मिष्ठान से लेकर नॉनवेज तक की डाइट ले रहे हैं।
हरियाणा की रसोई में इच्छा के मुताबिक नहीं मिल रहा खाना
कुछ राज्यों के कोच की ओर से शिकायत यह है कि उन्हें उनकी इच्छा मुताबिक खाना नहीं मिल रहा है। साउथ की अन्य टीमों के खिलाड़ियों को उनकी नियमित डाइट नहीं मिल रही है। जबकि उन्हें वेज से लेकर नॉनवेज चाहिए, लेकिन हरियाणा की रसोई में केवल वेज खाना ही मिल रहा है। इसके अलावा कुछ कोच का कहना है कि तीन दिन से केवल एक ही मेन्यू के अनुसार खाना दिया जा रहा है। मेन्यू में कोई फेरबदल न करने से खिलाड़ियों के स्वास्थ्य पर फर्क पड़ रहा है। विभाग की ओर से खिलाड़ियों को नाश्ते में पराठे, दोपहर और शाम के खाने में दाल-चावल और सब्जी-रोटी दी जा रही है। मेन्यू में फेरबदल नहीं किया जा रहा है। जबकि प्रतियोगिता के नोडल अफसर व डिप्टी डायरेक्टर जोगेंद्र हुड्डा का कहना है कि सभी खिलाड़ियों को डाइट के हिसाब से बेहतर खाना दिया जा रहा है। अगर कोई भोजन की शिकायत करता है तो मेन्यू में भी फेरबदल कर दिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया रसोई का निरीक्षण
मंगलवार को डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. केएल मलिक के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर खिलाड़ियों को दिए जा रहे भोजन की क्वालिटी का निरीक्षण किया। डॉ. केएल मलिक ने बताया कि आटा, पै¨कग तेल और सब्जियों का निरीक्षण किया गया। सब ठीक-ठाक मिला। इसके अलावा खिलाड़ियों को श्रेष्ठ क्वालिटी का खाना दिए जाने का निर्देश दिया गया। वहीं मेन्यू में खिलाड़ियों के लिए दूध को भी शामिल करा दिया गया। कहा कि अगर खाने में कोई शिकायत मिलती है, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।