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पीजीआइएमएस के जूनियर रेजिडेंट्स की मांग, 15 दिन में किया जाए रोटेशन, ड्यूटी वाले स्थान पर सुरक्षा हो पुख्ता

पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीजीआइएमएस) के जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स ने कोविड ड्यूटी के लिए बाहर भेजे जाने को लेकर डायरेक्टर डा. रोहताश यादव को मांग पत्र सौंपा। जिसमें ड्यूटी देने वाले डाक्टर्स के लिए दो माह के रोटेशन पर कड़ी आपत्ति जताई। ड्यूटी वाले स्थान पर रेजिडेंट्स की सुरक्षा को लेकर लिखित आश्वासन मांगा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 08:44 AM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 08:44 AM (IST)
पीजीआइएमएस के जूनियर रेजिडेंट्स की मांग, 15 दिन में किया जाए रोटेशन, ड्यूटी वाले स्थान पर सुरक्षा हो पुख्ता
पीजीआइएमएस के जूनियर रेजिडेंट्स की मांग, 15 दिन में किया जाए रोटेशन, ड्यूटी वाले स्थान पर सुरक्षा हो पुख्ता

जागरण संवाददाता, रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीजीआइएमएस) के जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स ने कोविड ड्यूटी के लिए बाहर भेजे जाने को लेकर डायरेक्टर डा. रोहताश यादव को मांग पत्र सौंपा। जिसमें ड्यूटी देने वाले डाक्टर्स के लिए दो माह के रोटेशन पर कड़ी आपत्ति जताई। ड्यूटी वाले स्थान पर रेजिडेंट्स की सुरक्षा को लेकर लिखित आश्वासन मांगा है। इसके अलावा आवास, खाने-पीने और ट्रासपोर्ट की सुविधा की मांग की। जूनियर रेजिडेंट्स ने डायरेक्टर से दो माह के स्थान पर सात दिन के बाद रोटेशन की मांग की। 15 दिन के रोटेशन पर अधिकारियों ने हामी भरी हैं। प्रतिदिन काम के घंटे, बाहर ड्यूटी की अवधि आदि पर अभी सहमति नहीं बनी है। रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि महामारी की स्थिति को देखते हुए सुरक्षा अहम है। मरीजों की संख्या अधिक होने से अस्पतालों में सुविधाओं की कमी बनी हुई है। ऐसे में यदि किसी मरीज के साथ अनहोनी हो जाती है तो तीमारदारों के उग्र होने की संभावना रहती है। नई जगह पर रेजिडेंट्स को ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। तीन-चार रेजिडेंट्स पर एक कंसल्टेंट रखने की मांग की है, ताकि अपनी निजी समस्याओं के लिए कंसलटेंट से संपर्क कर सकें। बाहर ड्यूटी पर भेजे जाने वाले रेजिडेंट्स के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी बात कही। एसोसिएशन पदाधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर रेजिडेंट्स के पास निजी वाहन नहीं है, संस्थान की ओर से रेजिडेंट्स के लिए ट्रांसपोर्ट का प्रबंध कराया जाए। ड्यूटी वाले स्थान पर आवास और खाने-पीने की सुविधा की भी मांग की है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर पीजीआइएमएस के 33 जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स को संस्थान से रिलीव कर दिया गया था, इन डाक्टर्स को स्वास्थ्य विभाग व अन्य जिलों में कोविड ड्यूटी के लिए डेपुटेशन पर भेजा जाएगा। संस्थान से पुलमोनरी मेडिसिन, मेडिसिन, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, न्यूरोलॉजी और एनेस्थेसिया के जूनियर रेजिडेंट्स को ड्यूटी के लिए बाहर भेजा जाएगा। वर्जन :

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जूनियर रेजीडेंट्स ने किसी भी परिस्थिति में ड्यूटी से परहेज नहीं किया है। महामारी के दौर में भी दिनरात ड्यूटी दे रहे हैं। बाहर ड्यूटी पर जाने वाले जूनियर रेजिडेंट्स के लिए कुछ मांगे रखें हैं। आदेश में यह स्पष्ट नहीं था कि डाक्टर्स को नए स्थान पर प्रतिदिन कितने घंटे ड्यूटी देनी होगी, उनके खाने-पीने, रहने, डेपुटेशन की समयावधि को लेकर मांग रखीं हैं। रविवार को जूनियर रेजिडेंट एक बार फिर मीटिग करेंगे।

- डा. कुणाल, प्रधान, रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन, पीजीआइएमएस रोहतक।


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