तिलियार झील में गिरने से युवक की मौत
फोटो संख्या 7 - दोपहर करीब 11 बजे तिलियार झील पर पहुंचा था युवक - अचानक पानी में गिरा गोताखोर के लिए लोगों ने मचाया शोर - नहीं हो सकी मृतक की शिनाख्त पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जागरण संवाददाता रोहतक तिलियार झील में घूमने के लिए गए एक युवक की डूबने के कारण मौत हो गई। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वह खुद झील में कूदा है या फिर अचानक गिर गया। हैरानी की बात यह है कि इतना बड़ा पर्यटन केंद्र होने के बाद भी झील पर कोई गोताखोर नहीं था। यही वजह रही कि युवक को पानी में डूबने से बचाया नहीं जा सका। पुलिस मृतक की शिनाख्त का प्रयास कर रही है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : तिलियार झील में घूमने के लिए गए एक युवक की डूबने के कारण मौत हो गई। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वह खुद झील में कूदा है या फिर अचानक गिर गया। हैरानी की बात यह है कि इतना बड़ा पर्यटन केंद्र होने के बाद भी झील पर कोई गोताखोर नहीं था। यही वजह रही कि युवक को पानी में डूबने से बचाया नहीं जा सका। पुलिस मृतक की शिनाख्त का प्रयास कर रही है।
मामला मंगलवार दोपहर करीब साढ़े 11 बजे का है। तिलियार पयर्टन केंद्र के अंदर झील पर 32 वर्षीय एक युवक घूम रहा था। अचानक वह झील में गिर गया। यह देखकर वहां पर घूम रहे अन्य लोगों ने शोर भी मचाया, लेकिन कोई भी व्यक्ति उसे बचाने के लिए झील में नहीं कूदा और न ही वहां पर गोताखोर मिला। ऐसे में पानी में डूबने के कारण उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर तिलियार प्रबंधन और आइएमटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक शव पानी में किनारे आ चुका था और लोगों ने उसे बाहर भी निकाल दिया था। पुलिस ने उसकी शिनाख्त कराने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिला। मृतक के पास से ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं मिल सका, जिसके आधार पर उसकी पहचान कराने में मदद मिल सके। इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि चर्चा यह है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था, जो कई दिनों से वहां पर देखा जा रहा था। फिलहाल पुलिस उसकी शिनाख्त का प्रयास कर रही है। पार्किंग से लेकर बोटिग तक का लिया जाता है टिकट, सुविधा जीरो
इस पूरे मामले में तिलियार प्रबंधन की लापरवाही भी खुलकर सामने आ गई है। तिलियार में घूमने जाने वाले पर्यटकों से पार्किंग के साथ-साथ बोटिग करने का भी अलग से टिकट लेना पड़ता है, लेकिन अगर सुविधाओं की बात करें तो यहां पर वह जीरो है। नियमानुसार, झील पर गोताखोर होना चाहिए, लेकिन तिलियार में एक भी गोताखोर नहीं रखा गया। इसी वजह से युवक की डूबने के कारण मौत हो गई। तिलियार में रोजाना हजारों पयर्टक घूमने के लिए आते हैं। इतनी लापरवाही में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके अलावा साफ-सफाई के नाम पर भी यहां खानापूर्ति ही की जाती है। तिलियार झील पर फिलहाल गोताखोर नहीं है। झील काफी बड़ी है। ऐसे में यदि वहां पर एक गोताखोर रख भी लिया जाए तो वह संभाल नहीं सकता।
- जेपी शेखावत, टूरिस्ट अधिकारी तिलियार पर्यटन केंद्र
झील पर काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त था और कई बार झील के किनारे जाने से रोका था। फिलहाल उसकी शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। शव को पीजीआइ में रखवा दिया गया है।
- प्रवीण कुमार, थाना प्रभारी आइएमटी