गुरमीत राम रहीम पर फिर सुनारिया जेल में लग सकती है अदालत
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को लेकर सुनारिया जेल में एक बार फिर अस्थायी अदालत बैठ सकती है। गुरमीत की 16 सितंबर को छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में पेशी होनी है।
जेएनएन, रोहतक। साध्वियों से दुष्कर्म मामलों में सजा सुनाए जाने के बाद गुरमीत राम रहीम पर अब पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में तलवार लटकी गई है। इस मामले पर16 सितंबर को एक बार फिर सुनारिया जेल में ही सीबीआइ की अदालत लग सकती है। हालांकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भी उसकी पेशी कराने की संभावना है। इस मामले में 16 सितंबर को फाइनल बहस होगी। जेल प्रशासन ने जेल में कोर्ट लगाने और वीडियो काॅन्फिेंसिंग से पेशी दोनों की तैयारियां कर रखी हैं।
रामचंद्र छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में होगी फाइनल बहस, गुरमीत राम रहीम की होगी पेशी
बता दें कि पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रणजीत ङ्क्षसह हत्याकांड में पंचकूला की सीबीआइ अदालत में16 सितंबर को फाइनल बहस होनी है। गुरमीत राम रहीम इस मामले में भी आरोपी है। सीबीआइ अदालत में सुनवाई के लिए राम रहीम का पेश होना अनिवार्य है। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण सुरक्षा कारण आड़े आ रहे हैं। ऐसे में दो ही विकल्प पेशी के लिए बचे हैं। एक तो जेल में ही अस्थायी अदालत लगाकर जज सुनवाई करने आएं और दूसरा वीडिय़ो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरमीत की पेशी हो।
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सेल में ही है अस्थायी अदालत और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा
सुरक्षा कारणों के चलते जेल प्रशासन ने गुरमीत राम राम की सेल में ही अलग से अस्थायी अदालत और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था कर रखी है। इस सेल को अन्य कैदी व बंदियों से पूरी तरह अलग रखा गया है। बताया जाता है कि जिस समय अन्य कैदी व बंदियों को बैरकों से बाहर निकाला जाता है, तब भी वह गुरमीत के पास नहीं पहुंच सकते।
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जयपुर केस में भी राम रहीम की मुश्किलें बढ़ीं
एक महिला अनुयायी के डेरे से गायब होने के मामले में राम रहीम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जयपुर की कोर्ट ने पुलिस द्वारा पेश अंतिम रिपोर्ट को खारिज कर दिया है और एक महीने में जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। जयपुर के रहने वाले कमलेश की पत्नी गुड्डी 2015 में गुरमीत राम रहीम के डेरे से गायब हो गई थी। कमलेश ने इस मामले में कोर्ट में परिवाद पेश कर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने 2016 में इस मामले में एफआइआर पेश कर दी। हाल में जब राम रहीम का मामला उजागर हुआ तो कमलेश ने प्रोटेस्ट पेटिशन दायर कर नए सिरे से सुनवाई करने का प्रार्थनापत्र दिया था।
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