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पार्षदों से एनओसी लेने में पीछे हटे ठेकेदार, भाजपा के पार्षद भड़के, आयुक्त ने मांगा 15 दिन का वक्त

जागरण संवाददाता रोहतक विधानसभा चुनाव के चलते विकास कार्य पूरी तरह से ठप होने का दावा

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 06:59 PM (IST)Updated: Sat, 09 Nov 2019 06:50 AM (IST)
पार्षदों से एनओसी लेने में पीछे हटे ठेकेदार, भाजपा के पार्षद भड़के, आयुक्त ने मांगा 15 दिन का वक्त
पार्षदों से एनओसी लेने में पीछे हटे ठेकेदार, भाजपा के पार्षद भड़के, आयुक्त ने मांगा 15 दिन का वक्त

जागरण संवाददाता, रोहतक : विधानसभा चुनाव के चलते विकास कार्य पूरी तरह से ठप होने का दावा भाजपा के पार्षदों ने किया है। कई दिनों से मेयर मनमोहन गोयल शहर से बाहर थे। बुधवार को मेयर नगर निगम कार्यालय में पहुंचे तो भाजपा के नौ से अधिक पार्षदों ने मेयर से मुलाकात की। विकास कार्य पूरी तरह से बंद होने का दावा किया। पार्षदों ने नगर निगम हाउस की बैठक कराने और सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव कराने की मांग की। दूसरी ओर, वार्डों में होने वाले विकास कार्यों के लिए ठेकेदार पार्षदों से एनओसी यानी कार्य पूरा होने का अनापत्ति प्रमाण-पत्र नहीं ले रहे। इस कारण भी पार्षदों का गुस्सा बढ़ गया है। पेमेंट भी हो रहा है। अब आयुक्त प्रदीप गोदारा ने इस प्रकरण में 15 दिन का वक्त मांगा है। दूसरी ओर, आठ नवंबर के बाद एनजीटी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से निर्माण कार्यों की हरी झंडी मिलने की उम्मीद जताते हुए इसी के बाद विकास कार्य शुरू कराने का अधिकारियों ने आश्वासन दिया है।

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हाउस की बैठक में हुआ था तय कि एनओसी देंगे पार्षद

वार्ड-1 के पार्षद कृष्ण सेहरावत, वार्ड-4 के पार्षद धर्मेंद्र गुलिया पप्पन, वार्ड-5 की पार्षद गीता के प्रतिनिधि डा. सतीश, वार्ड-6 के पार्षद सुरेश किराड़, वार्ड-9 के पार्षद जयभगवान, वार्ड-14 के पार्षद राधेश्याम, वार्ड-18 की पार्षद दीपिका नारा के प्रतिनिधि देवेंद्र नारा, वार्ड-20 की पार्षद पूनम किलोई के प्रतिनिधि सूरजमल किलोई, वार्ड-21 के पार्षद अनिल कुमार बैठक में शामिल हुए। इन पार्षदों ने अपने वार्डों में सीवरेज, सड़कों के अलावा धर्मशाला व दूसरे निर्माण कार्य ठप होने का दावा किया। इन्होंने कहा कि निगम हाउस की बैठक में तय हुआ था कि विकास कार्य पूरे होने के बाद पार्षद एनओसी देंगे तभी ठेकेदार को पेमेंट होगा। अब नियमों का पालन नहीं हो रहा है। इस कारण ठेकेदार तवज्जो नहीं दे रहे, मनमानी के साथ विकास कार्य हो रहे हैं। एनओसी के मामले को अनिवार्य करने की मांग की।

10 दिन में हो सकती है नगर निगम हाउस की बैठक

वार्ड-21 के पार्षद अनिल कुमार ने बताया है कि पार्षदों की मांग पर निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा भी बैठक में पहुंचे। इस दौरान निगम हाउस की बैठक कराने की मांग की गई। इस पर मेयर और आयुक्त ने सहमति दे दी है। हालांकि अधिकारी ही तारीख तय करेंगे। वहीं, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर भी मेयर ने आश्वासन दिया है कि सरकार को चिट्ठी भेजी जाएगी। तीन दिन बाद निगम आयुक्त ने सभी वार्डों में निरीक्षण का आश्वासन दिया है। काम भी जल्द शुरू होंगे। वार्ड-18 में सड़कों का काम बंद, लोगों ने दी जाम लगाने की धमकी

बैठक में पहुंचे वार्ड-18 की पार्षद दीपिका नारा के प्रतिनिधि देवेंद्र नारा ने दावा किया है कि जनता कालोनी में कई सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा था। किसी ने बेवजह ही काम बंद कराने की शिकायत कर दी और निगम प्रशासन ने कई दिन पहले ही काम बंद करा दिए। इनका दावा है कि स्थानीय लोग इतने आक्रोशित हो गए कि सड़क जाम लगाने चल दिए, लेकिन मैंने लोगों को समझाया तो बमुश्किल से माने। इन्होंने ततत्काल ही सड़कों के निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग की है।

वार्ड-4 में अधूरी सड़कों के कार्य पूरे कराने की मांग

वार्ड-4 के पार्षद धर्मेंद्र गुलिया पप्पन ने बताया है कि लगातार शिकायतों के बाद तारकोल की सड़कों का निर्माण कार्य नगर निगम प्रशासन ने बंद करा दिया। पार्षद पप्पन ने मेयर के समक्ष कहा कि बाबरा मुहल्ला, माता दरवाजा, प्रताप चौक, नेहरू कालोनी आदि स्थानों पर काम बंद हैं। ज्यादातर निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं। इनकी मांग की है कि तारकोल के न सही, सीमेंट या फिर अन्य तरह से सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कराया जाए। अधूरे निर्माण कार्यों के कारण जनता को परेशानी है।

मेयर ने 25-25 लाख देने का किया था वादा, अफसरों ने किया गुमराह

पार्षदों के आरोप हैं कि मेयर ने सभी पार्षदों को अपने कोटे से 25-25 लाख रुपये देने का वादा किया था। लेकिन जब बजट देने का वक्त आया तो निगम के अधिकारियों ने पार्षदों के वार्डों में अमृत योजना के तहत सीवरेज, पेयजल आपूर्ति आदि के थे। पार्षद अनिल, वार्ड-9 के पार्षद जयभगवान, वार्ड-6 के पार्षद सुरेश किराड़ ने कहा कि अधिकारियों ने जानबूझकर यह बजट नहीं दिया। अमृत के विकास कार्य ही गिना दिए गए। अलग से बजट न मिलने पर नाराजगी जताई।

मरम्मत के कार्यो के लिए दो-दो लाख भी नहीं मिले

वार्ड-4 के पार्षद पप्पन, वार्ड-6 के पार्षद सुरेश किराड़ ने दावा किया है कि प्रत्येक वार्ड में मरम्मत के लिए दो-दो लाख रुपये मिलने थे। मगर संबंधित विकास कार्यों के लिए बजट पार्षदों को मिला नहीं। वहीं, वार्ड-22 के सूरजमल किलोई ने कहा कि सीवरेज से संबंधित शिकायतें हमारे वार्ड में थमी नहीं हैं।

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मेरे पास पार्षद आए थे। मैंने नगर निगम हाउस की बैठक कराने के लिए यही कहा कि अधिकारी इस प्रकरण में तारीख तय करेंगे। पार्षदों ने विकास कार्य बंद होने का मामला रखा। हमने यही कहा कि अभी आठ नवंबर तक रोक है, रोक हटते ही काम शुरू कराएंगे। पार्षदों ने विकास कार्य कराने के बाद एनओसी ठेकेदारों की तरफ से न लिए जाने पर ऐतराज जताया है। आयुक्त ने 15 दिन का समय मांगा है।

मनमोहन गोयल, मेयर, नगर निगम।


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