पिज्जा, पास्ता, चॉकलेट खाने से बच्चों के दांत हो रहे बीमार, रखें इन बातों का विशेष ध्यान
PGIDS रोहतक के चिकित्सकों की जांच में 70 फीसद बच्चों के दांत मिले खराब। फास्ट फूड का अत्यधिक इस्तेमाल इसका कारण है।
रोहतक [पुनीत शर्मा]। पिज्जा, पास्ता, चॉकलेट समेत अन्य फास्ट फूड का इस्तेमाल बच्चों के दांतों को बीमार बना रहा है। Postgraduate Institute of Dental Science (PGIDS) में उपचार के लिए आने वाले आधे से अधिक बच्चों के दांत खराब पाए गए हैं। PGIDS के Pediatrics Department के चिकित्सक डॉ. अरुण शर्मा के अनुसार प्रतिदिन औसतन 70 बच्चे दांतों के उपचार के लिए संस्थान में पहुंचते हैं। इनमें से 70 फीसद से अधिक बच्चों के दांतों में कीड़े पाए जा रहे हैं।
उपचार के दौरान पूछताछ करने में पता चला है कि जिन बच्चों के दांतों में कीड़ा पाया गया है, वे सप्ताह में कम से कम तीन दिन फास्ट फूड उपयोग करते हैं। बच्चों द्वारा चिपचिपे खाद्य पदार्थ खाने से दांतों में चिपकने और फिर दांतों की पर्याप्त सफाई न किए जाने के कारण पहले दांतों से बदबू आनी शुरू होती है और फिर यह कीड़े का रूप ले लेती हैं। और फिर कीड़ा दांतों को काटकर खराब करने लगता है।
चार वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को अधिक परेशानी
दंत विशेषज्ञों के अनुसार चार वर्ष की आयु तक के बच्चों के दांत कच्चे होते हैं। अधिकतर बच्चों के चार वर्ष की आयु तक कच्चे दांत निकल जाते हैं और इसके बाद पक्के दांत आने शुरू होते हैं। पक्के दांत खराब होने के बाद दोबारा नहीं आते, ऐसे में बच्चों को दांत खराब होने पर अधिक परेशानी झेलनी पड़ती है।
कैसे करें बच्चों के दांतों की सुरक्षा
- समय-समय पर पानी पीने से मुंह को साफ रखने में मदद मिलती है। इससे दांतों पर चाय-काफी या अन्य खाद्य पदार्थों के दाग नहीं लगते।
- फलों में कई तरह के एंजाइम और दूसरे जरूरी तत्व होते हैं जो दांतों को प्राकृतिक तरीके से साफ करते हैं। इसलिए फलों का इस्तेमाल करें।
- Hydrogen peroxide को पानी के साथ मिलाकर मुंह साफ करने से मुंह में मौजूद सभी बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं, हालांकि बच्चों को इसका इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक से अवश्य परामर्श लें।
- ब्रश करते वक्त दांतों को रगड़ें नहीं बस हल्के हाथों से उन्हें साफ करें
- ब्रश करने का सही तरीका जानकर ब्रश करें, जिससे दांतों के प्रत्येक हिस्से की सफाई हो सके
- बच्चों को चिपचिपे खाद्य पदार्थों, चॉकलेट आदि का अधिक सेवन न करने दें
- कोई भी परेशानी होने पर तुरंत विशेष चिकित्सकों से संपर्क करें
लोगों को जागरूक होना जरूरी
PGIDS के प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी का कहना है कि Pediatrics Department में 13 वर्ष तक के बच्चों के दांतों का इलाज विशेषज्ञ चिकित्सक करते हैं। अधिकतर बच्चों और उनके परिजनों को सही तरीके से ब्रश करने, दांतों की सफाई की जानकारी नहीं होती है। इससे बच्चों के दांत जल्दी खराब होने लगते हैं। बड़े पैमाने पर चिपचिपा खाद्य पदार्थ खाने से भी बच्चों के दांतों में कीड़े लग रहे हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक होना होगा। दांतों की सफाई प्रत्येक व्यक्ति के लिए अति आवश्यक है।
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