हरियाणा में बाल श्रम को लेकर कराया जाएगा सर्वे, मानव तस्करी के मामलों की भी होगी पड़ताल
जागरण संवाददाता रोहतक प्रदेश में बाल श्रम और मानव तस्करी का डाटा जुटाने के लिए अब सवे
जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रदेश में बाल श्रम और मानव तस्करी का डाटा जुटाने के लिए अब सर्वे किया जाएगा। बचपन बचाओ आंदोलन और जिला बाल संरक्षण अधिकारियों की टीम मिलकर यह सर्वे करेगी। ऐसे में इसका पूरा डाटा जुटाकर पूरी तरह से इस पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके लिए स्थानीय लोगों की भी मदद ली जाएगी।
दरअसल, प्रदेश में बाल श्रम को लेकर लगातार मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा मानव तस्करी के केस भी पकड़े गए हैं। झारखंड, असम और गुजरात आदि राज्यों से प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से हरियाणा में बच्चे लाकर बेचे जा रहे हैं। इन मामलों की पूरी तह तक जाने के लिए अब यह सर्वे किया जाएगा। सर्वे का असल उद्देश्य यह है कि बाल श्रम और मानव तस्करी का पूरा रिकार्ड जुटाया जा सके। जिसमें देखा जाएगा सबसे अधिक बाल श्रम किस आयु वर्ग के बच्चों से कराया जा रहा है और उन्हें बाल श्रम के पीछे की परिवार के लोगों की क्या भूमिका रहती है। दुकानों, ईंट भट्ठे और अन्य स्थानों पर यह सर्वे होगा। बचपन बचाओ आंदोलन और जिला बाल संरक्षण अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में प्रदेश के सभी जिलों में यह सर्वे कराया जाएगा। इसमें सामाजिक संगठनों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे सामाजिक संगठनों की मदद से हर गली-मुहल्ले में इस तरह के मामले पकड़े जा सके। सर्वे को लेकर अलग से विशेष टीमें बनाई जाएगी। शनिवार को रोहतक में मिला था मानव तस्करी का मामला
बचपन बचाओ आंदोलन और जिला बाल संरक्षण अधिकारी की टीम ने शनिवार को शहर के सेक्टर-2 स्थित एक मकान पर छापा मारा था। वहां पर एक 15 वर्षीय बच्चा मिला था, जिससे दिन-रात घरेलू काम कराया जा रहा था। मकान मालिक ने बच्चे को दिल्ली की एक एजेंसी के माध्यम से खरीदा था। इस मामले में टीम की तरफ से अर्बन एस्टेट थाने में मानव तस्करी का केस दर्ज कराया गया था। वर्जन
बाल श्रम कराना कानूनन अपराध है। बाल श्रम और मानव तस्करी के मामलों को लेकर जल्दी ही पूरे प्रदेश में सर्वे कराया जाएगा। जिससे इन मामलों की तह तक पहुंचा जा सके।
- पुनीत शर्मा, स्टेट को-आर्डिनेटर बचपन बचाओ आंदोलन