यस बैंक की शाखाओं में कैश खत्म, ग्राहकों का आरोप- नकदी देने में भेदभाव
जागरण संवाददाता रोहतक वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक के ग्राहक अपने सभी जरूरी काय
जागरण संवाददाता, रोहतक :
वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक के ग्राहक अपने सभी जरूरी कार्य छोड़कर कैश निकलवाने के लिए लाइन में लग गए हैं। दिन निकलने से पहले बैंक के बाहर लाइन में खड़े हो जाते हैं और बंद होने के बाद घर वापस लौटते हैं। ग्राहकों ने बैंक कर्मियों पर कैश देने के मामले में भेदभाव बरतने के आरोप भी लगाने शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि मिलीभगत से चहेते ग्राहकों को ही चेक से रुपये दिए जा रहे हैं जबकि अन्य ग्राहक इधर-उधर धक्के खाने पर मजबूर हैं। भीड़ अधिक जुटने पर कर्मचारी कैश नहीं होने की बात कर टोकन देने लगे हैं। इससे ग्राहकों की चिता पहले से ज्यादा बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर मुख्य शाखा के प्रबंधक विकास ने इन दावों को खारिज किया है। वहीं बैंक अधिकारियों ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है। बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) की गाइडलाइन के अनुसार
बैंक कर्मचारियों के अनुसार सुबह करीब 11 बजे तक बैंक में कैश आ चुका था। दोपहर दो बजे तक टोकन नंबर के अनुसार राशि बांटी गई। हालांकि, ग्राहकों ने दावा किया यस बैंक के खाताधारक महीने में अधिकतर 50 हजार रुपये बैंक से निकाल सकते हैं। ग्राहकों को अपने पैसे डूब जाने का भय सता रहा है। होली के मौके पर ग्राहक बड़ी संख्या में बैंक में पहुंच रहे हैं। दूसरी ओर खाताधारकों के डेबिट-क्रेडिट कार्ड भी ब्लॉक कर दिए गए हैं। रोहतक जिले की यस बैंक की शाखाओं में सिर्फ चेक से ही खाताधारक पैसा निकाल सकता है। वर्जन :
दो दिन से बैंक के चक्कर लगा रहा हूं। यहां कैश खत्म हो गया है। अधिकारी सही से कोई जवाब नहीं दे रहे। फिलहाल टोकन देकर दो घंटे बाद आने को कहा है।
- जितेंद्र, सेक्टर-4 बैंक में कैश खत्म है। सुबह नौ बजे ही लाइन में लग गया था। दस बजे बताया गया कि नोएडा की किसी शाखा से पैसा आएगा।
- विजय। एटीएम बंद पड़े हैं। शाखाओं में पैसा नहीं है। त्योहार के समय में परेशानी हो रही है। अब सोमवार को फिर से आना पड़ेगा।
- बीडी गुप्ता, नारायणा कॉम्प्लेक्स। दो चक्कर बैंक के लगा चुका हूं। यहां सेलरी अकाउंट है। तीन दिन बाद होली है। ऐसे में पैसों की सख्त जरूरत है। डेबिट कार्ड चल नहीं रहे, बहुत परेशान हूं।
- सक्षम, रेलवे रोड। जिस कंपनी में काम करता हूं उसके सेलरी अकाउंट यस बैंक में हैं। सभी कर्मचारी परेशान हैं। सुबह 10 बजे और दोपहर 12.30 बजे पैसे लेने गया। लेकिन नहीं मिल पाए।
- अमन, किला रोड। नोटबंदी के समय यहां खाता खुलवाया था। बैंक में अच्छी सुविधाएं मिलती थी। फिलहाल, अच्छे संकेत नहीं हैं।
- राजेंद्र, सेक्टर-1 बैंक के पास कैश की कोई कमी नहीं है। गाइडलाइन के अनुसार अधिकतम 50 हजार की राशि खाताधारकों को दी जा रही है। वर्किंग हावर्स में पैसा निकालने के लिए खाताधारक आ सकते हैं।
- विकास, प्रबंधक यस बैंक मुख्य शाखा, रोहतक